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भाजपा ने चुनाव में बांटे 2-2 हजार के नोट, अब कर दी नोटबंदी

भाजपा ने कर्नाटक चुनाव में 2-2 हजार रुपए के नोट बांट दिए, लेकिन लोगों ने नोट लेने के बाद भी वोट नहीं दिए, इस कारण नोटबंदी कर दी.

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भोपाल. भाजपा ने कर्नाटक चुनाव में 2-2 हजार रुपए के नोट बांट दिए, लेकिन लोगों ने नोट लेने के बाद भी वोट नहीं दिए, इस कारण नोटबंदी कर दी, ताकि वे उन पैसों का उपयोग नहीं कर सकें, क्योंकि उन्होंने वोट तो दिए नहीं। यह आरोप मध्यप्रदेश के कांग्रेस नेताओं ने लगाया है। उनका कहना है कि ये उन वोटरों को टॉर्चर करने का अच्छा तरीका है।

मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने आरोप लगाते हुए सोशल मीडिया पर कहा है कि 2-2 हजार रुपए के नोट भाजपा ने कर्नाटक चुनाव में बांटे थे, ताकि उनको वोट मिल जाएं, जब भाजपा हार गई तो उन्होंने लोगों को टॉर्चर करने का यह तरीका अपनाया, ताकि वे उन नोटों का उपयोग नहीं कर सकें, इसके लिए 2000 रुपए के नोटबंद कर दिए। उन्होंने सोशल मीडिया पर ट्वीट करते हुए यह भी लिखा कि काला धन बंद करने के लिए 1000 रुपए के बंद कर लाए गए 2000 रुपए के नोट 30 दिसंबर से गैर कानूनी होंगे। उन्होंने लिखा कि मोदी जी से दिली अपील है कि 420 रुपए के नोट जारी कर दें।

इस मामले पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने कहा कि आपने पहली नोटबंदी से अर्थव्यवस्था को गहरा जख्म दिया था, जिससे पूरा असंगठित क्षेत्र तबाह हो गया था, एमएसएमई ठप्प हो गए और करोड़ो रोजगार गए, अब 2000 रुपए के नोटवाली दूसरी नोटबंदी, क्या ये गलत निर्णय के ऊपर पर्देदारी है, एक निष्पक्ष जांच से ही कारनामों की सच्चाई सामने आएगी।

2000 रुपए के नोट बंद करने के मामले में नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने कहा ये तुगलकी फरमान है, अगर नोट बंद करना ही था तो जारी क्यों किया था, पहले भी नोटबंदी में लोगों की मौतें हुई हैं, जबकि भाजपा ने कालेधन को सफेद कर लिया। क्या ये नोटबंदी फिर कुछ ऐसा करने जा रही है।