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चुनाव 2019 : दिग्विजय कमजोर नहीं, हल्के में न लें – संघ प्रचारक अरुण

लोक सभा चुनाव 2019 - भाजपा कार्यकर्ताओं ने कहा कि दिग्विजय तेजी से प्रचार कर रहे हैं और हमारा तो प्रत्याशी भी घोषित नहीं हुआ है।

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RSS leader Arun Kumar

RSS leader Arun Kumar

भोपाल. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख अरुण कुमार ने बुधवार को अनुषांगिक संगठनों के प्रतिनिधियों की बैठक में कहा कि भोपाल से कांग्रेस के प्रत्याशी दिग्विजय सिंह को हल्के में न लें। इस बार की परिस्थितियां बहुत अलग हैं, इसलिए विरोधी को कमजोर नहीं माना जा सकता।

भाजपा कार्यकर्ताओं ने कहा कि दिग्विजय तेजी से प्रचार कर रहे हैं और हमारा तो प्रत्याशी भी घोषित नहीं हुआ है। न भोपाल के प्रत्याशी का पता और न ही विदिशा में कोई तय हो पा रहा है। संघ पदाधिकारियों ने कहा कि प्रत्याशी घोषित करने की पार्टी की अपनी रणनीति है। आपको इस बात की चिंता छोड़ चुनाव में जुट जाना चाहिए।

संघ की इस समन्वय बैठक में चुनाव से संबंधित रणनीति तैयार की गई। संघ पदाधिकारियों ने कहा कि इस बार कार्यकर्ताओं को पिछले विधानसभा चुनाव में जो कसर रह गई थी उसका हिसाब-किताब भी पूरा करना है, इसलिए पूरी तैयारी और समन्वय के साथ मैदान में जुट जाएं। इस बार जिस तरह से परिस्थितयां उत्पन्न हुई हैं, उनसे कार्यकर्ताओं का दायित्व और बढ़ जाता है।

विद्या भारती में हुई बैठक में भोपाल, विदिशा, सीहोर, होशंगाबाद, बैतूल और राजगढ़ के कार्यकर्ता शामिल हुए। बैठक में मध्यप्रांत के प्रचारक दीपक विस्पुते समेत विद्या भारती, सहकार भारती, राज्य कर्मचारी संघ, किसान संघ और वनवासी परिषद के प्रतिनिधि मौजूद थे। भोपाल लोकसभा के प्रभारी जसवंत हाड़ा, विधायक कमल पटेल और जिला अध्यक्ष विकास वीरानी भी इस बैठक में शामिल हुए।

शिवराज- सुहास में लंबी चली मंत्रणा

प्रदेश भाजपा कार्यालय में बुधवार सुबह पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और सुहास भगत के बीच लंबी बैठक हुई। प्रदेश में मतदान के प्रथम चरण की तीन सीटों पर मुश्किल हालात हैं। सीधी में पूर्व सांसद गोविंद मिश्रा खफा हैं। बालाघाट में सांसद बोधसिंह भगत भाजपा के घोषित उम्मीदवार के खिलाफ ताल ठोक रहे हैं।

वहीं, शहडोल में ज्ञान सिंह रूठे हुए हैं। जिले से लेकर प्रदेश स्तर तक नाराज नेताओं से संपर्क किया जा रहा है। शिवराज, सुहास और स्वतंत्र देव सिंह इन नेताओं से संपर्क कर रहे हैं। स्वतंत्र देव सिंह ने बालाघाट में नेताओं के साथ बैठक कर इस संबंध में चर्चा की।