
काम नहीं आया भाजपा का दांव: उमा समर्थक नेता को नोटिस, भितरघात करने का आरोप
रायसेन. सांची विधानसभा सीट पर पूर्व सीएम उमा भारती की समझाइश भी प्रदेश भाजपा के काम नहीं आई। उमा भारती के खास समर्थक रहे पूर्व मंत्री गौरीशंकर शेजवार और उनके पुत्र ने समझाने के बाद भी चुनाव में भितरघात किया। अब भाजपा ने गौरीसंकर शेजवार और मुदित शेजवार को नोटिस देकर 7 दिन के भीतर अध्यक्ष वीडी शर्मा के समक्ष उपस्थित होकर स्थिति स्पष्ट करने को कहा है। ऐसा नहीं करने पर एकतरफा कार्यवाही की जाएगी।
क्या है नोटिस में
नोटिस में लिखा है कि पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी प्रभुराम चौधरी और भाजपा के खिलाफ उनके द्वारा काम करने की शिकायत प्राप्त हुई है। दरअसल, भाजपा दोनों को लंबे समय से समझाने की कोशिश कर रही थी लेकिन शेजवार रूठे रहे। गौरीशंकर शेजवार और प्रभु राम चौधरी से पुरानी सियासी अदावत रही है। प्रभुराम जब कांग्रेस में थे तो कई बार दोनों आमने-सामने चुनाव लड़ चुके थे। अब प्रभुराम भाजपा में आकर गौरीशंकर शेजवार की विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी बन गए तो पूरे समीकरण उलट गए।
पिछले चुनाव में गौरीशंकर शेजवार ने अपने बेटे मुदित के लिए टिकट छोड़ा था। मुदित चुनाव में उतरे लेकिन प्रभुराम चौधरी से हार गए। अब प्रभुराम इसी सीट से भाजपा प्रत्याशी बनने से शेजवार परिवार का राजनीतिक भविष्य दांव पर लग गया है। गौरीशंकर शेजवार को उमा का कट्टर समर्थक माना जाता है। इसी कारण भाजपा ने उमा भारती को बार-बार सांची भेजा। प्रदेश में मलहरा और सांची सीट पर प्रचार के अंतिम सप्ताह में उमा भारती ने चार से पांच बार सभाएं की। लेकिन अब पार्टी द्वारा गौरीशंकर शेजवार औऱ उनके बेटे को नोटिस देने से साफ है कि उमा भारती गौरीशंकर शेजवार को मनाने में सफल नहीं रहीं।
Published on:
05 Nov 2020 10:28 am
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