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एक पूर्व मंत्री की चाहतः चाहे टिकट दो, राज्यसभा भेजो या फिर बनाओ राज्यपाल

पूर्व मंत्री महदेले ने ट्वीट कर 75 के फॉर्मूले पर उठाए सवाल, बढ़ी सरगर्मी

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भोपाल

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Manish Geete

Nov 26, 2022

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भोपाल। पूर्व मंत्री कुसुम महदेले (kusum mehdele) के एक ट्वीट ने भाजपा (bjp) के अंदरखाने में खलबली मचा दी है। प्रदेश की राजनीति में उमा भारती (uma bharti) के बाद सबसे बड़ा लोधी चेहरा माने जाने वालीं कुसुम ने पार्टी के 75 साल के फॉर्मूले पर सवाल उठाया है। पूछ कि जब 75 का फॉर्मूला नहीं था तो 2018 के विधानसभा चुनाव (vidhan sabha election) में उनका और डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया, बाबूलाल गौर, सरताज सिंह और माया सिंह का टिकट क्यों काटा गया। मैं तो 30 हजार वोट से जीतकर आई थी।

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फॉर्मूला माना गया तो नागौद से नागेंद्र सिंह और रैगांव से जुगल किशोर को टिकट क्यों दिया गया था। बागरी 80 साल के थे। नागेंद्र सिंह भी 80-82 साल के थे। उन्होंने खजुराहो सांसद वीडी शर्मा को आयातित नेता बताया। कहा, जिन्हें उनके ही जिले में कोई नहीं पूछता उस आयातित नेता को यहां से टिकट दिया गया।

महदेले इन दिनों भोपाल में डेरा डाले हैं। उन्होंने शुक्रवार को कहा कि मैं अभी भी पूरी तरह से फिट हूं। चुनाव लड़ने के लिए पार्टी से टिकट मांगूगीं। विधानसभा या लोकसभा का टिकट दिया जाए। यदि पार्टी टिकट देने में असमर्थ है तो राज्यसभा भेजा जाए या राज्यपाल बनाया जाए। पढ़ी-लिखी नेता हूं। बीए, एलएलबी हूं।