- शहर में पांच हजार से ज्यादा एलइडी या तो बंद हो गई या फिर बंद-चालू हो रही हैभोपाल. शहर की गलियों- मोहल्लों को रोशन करने खरीदी गई तीन करोड़ रुपए की एलइडी लाइट्स तीन माह में ही खराब होने लगी है। करीब 30 फीसदी लाइट्स में शिकायतें हैं। जिन क्षेत्रों में इन्हें लगाया गया था वहां या तो ये बंद हो गई या फिर लगातार खुद ही बंद चालू हो रही।
तीन करोड़ से एलइडी खरीदी, तीन माह में ही बंद हो गई
- शहर में पांच हजार से ज्यादा एलइडी या तो बंद हो गई या फिर बंद-चालू हो रही है
भोपाल. शहर की गलियों- मोहल्लों को रोशन करने खरीदी गई तीन करोड़ रुपए की एलइडी लाइट्स तीन माह में ही खराब होने लगी है। करीब 30 फीसदी लाइट्स में शिकायतें हैं। जिन क्षेत्रों में इन्हें लगाया गया था वहां या तो ये बंद हो गई या फिर लगातार खुद ही बंद चालू हो रही। यानि खराब होने वाली है। ऐसे में इन लाइट्स की खरीदी और गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
20 हजार लाइट्स, कोलार से करोद तक लगाई गई
- महापौर परिषद ने विशेषरूप से इन लाइट्स की खरीदी के लिए मंजूरी दी थी। जब पार्षदों को अपने-अपने क्षेत्रों में दस से 20 लाइट्स लगवाने का कहा था, बाकी निगम की विद्युत शाखा के इंजीनियरों ने अपने हिसाब से लगाई। मामले में काफी विवाद भी हुआ था। गुणवत्ता पर सवाल भी उठे थे, लेकिन खरीदी हुई और अब ये खराब हो रही है। करीब पांच हजार लाइट्स खराब होने की स्थिति में है।
शहर में स्ट्रीट लाइट
- इस समय शहर में करीब 40 हजार स्ट्रीट लाइट्स है। 20 हजार लाइट स्मार्टसिटी ने स्थापित कराई थी, जबकि इतनी ही नगर निगम के आधिपत्य की थी। लाइट्स का संचालन बीते साल ही पूरी तरह स्मार्टसिटी के सुपूर्द कर दिया गया। नगर निगम और स्मार्टसिटी में एक ही इंजीनियर को इसका जिम्मा दिया है और पूरी खरीदी उनके माध्यम से ही की गई। अब लाइट्स खराब होने पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
यहां देखें स्थिति
- कोलार के दानिशकुंज से गिरधर परिसर, श्री नगर कॉलोनी से सनखेड़ी रोड और आगे तक रोड पर लाइट्स बंद या बंद चालू हो रही है।
- नेहरू नगर मुख्यमार्ग समेत अंदर की ओर लाइट्स खराब हो गई है। बंद चालू हो रही।
- करोद- भानपुर रोड पर भी लाइट्स बंद चालू हो रही है, कुछ खराब हो गई
- बावडिय़ा ब्रिज से रोहित नगर व गुलमोहर की ओर लाइट्स खराब हो गई
इनका कहना
लाइट्स की खरीदी स्थानीय स्तर पर की है। इसमें मिलीभगत है और हमने इसकी शिकायत भी की थी, लेकिन सुनी नहीं गई। अब स्थिति सामने आ रही है।
- शबिस्ता जकी, नेता प्रतिपक्ष, नगर निगम परिषद
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लाइट्स बेहतर गुणवत्ता की है। कुछ स्थानीय या तकनीकी दिक्कत होगी तो दिखवा लिया जाएगा। वारंटी में होती है, इसलिए दिक्कत नहीं है।
- मालती राय, महापौर