
भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में स्थित बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में माहौल गर्म है, जो पिछले कुछ दिनों से ठंडा होने का नाम ही नहीं ले रहा है। बीयू में लगातार कुछ समय से कर्मचारियों का आंदोलन जारी था, वहीं छात्र भी अपने हितों के प्रति प्रशासन के विरुद्ध विरोध पर उतर आए हैं। छात्र प्लेसमेंट, पढ़ाई जैसे विश्वविद्यालय के प्रमुख आयामों से ही परेशान हैं, जिसमें एक नया मोड़ विश्व विद्यालय के कुलपति ने ला दिया है। विश्व विद्याल के कुलपति प्रो प्रमोद कुमार वर्मा ने अपना इस्तीफ़ा दे दिया है। कुलपति प्रो प्रमोद का कार्यकाल अभी अगस्त 2018 तक का था। जिस पर उन्होने कार्यकाल खत्म होने से पहले ही इस्तीफा दे दिया है।
राजभवन में भेजा इस्तीफ़ा..
कुलपति प्रों प्रमोद कुमार वर्मा के द्वारा अपना राजभवन को भेज दिया था, जिसके बाद बुधवार को राजभवन ने उनका इस्ताफ़ा मंजूर कर लिया। राजभवन के द्वारा इस इस्तीफा मंजूरी की जानकारी बुधवार को जारी किए एक आदेश के बाद पता चली।
कार्यवाहक कुलपति चयनित..
इस इस्तीफे को मंजूरी मिलने के बाद प्रो प्रमोद कुमार वर्मा ने अपना पद छोड़ दिया है। अब विश्व विद्यालय के रेक्टर प्रो डी सी गुप्ता कार्यवाहक कुलपति के रुप में पदभार ग्रहण करेंगें। प्रों गुप्ता अब अगामी समय में नए कुलपति के चयन तक कार्यवाहक कुलपति के पद पद कार्यरत रहेंगें।
धारा 52 लागू कर नियुक्त हुए थे
प्रो प्रमोद कुमार गुप्ता विश्व विद्यालक के कुलपति ज्यादा समय से नहीं रहे हैं। प्रो प्रमोद कुमार वर्मा का कुलपति पद पर चयन विश्व विद्यालय में धारा 52 लागू कर किया गया था। जहां कुलपति प्रो प्रमोद का कार्यकाल अगस्त 2018 तक का था। जिसमें उन्होने चार माह पहले ही इस्तीफा दे दिया।
यह है धारा 52
विवि अधिनियम 1973 की यह धारा पारंपरिक विश्वविद्यालय में चल रही अनियमितता, सही ढंग से प्रबंधन नहीं होने के कारण लगाई जाती हैं। इसमें कुलपति के हटने के साथ वर्तमान कार्यपरिषद भंग कर दी जाती है। राज्यपाल द्वारा पांच से छह सदस्य नियुक्त किए जाते हैं।
Published on:
04 Apr 2018 06:41 pm
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