
भोपाल. अब किसानों को उनके मोबाइल पर खसरा-खतौनी सहित अन्य राजस्व रिकॉर्ड की कॉपी उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए उन्हें सीएम जनसेवा 181 पर मोबाइल से फोन कर दस्तावेज की मांग करनी होगी। इसके लिए दस रुपए के हिसाब से प्रति कॉपी शुल्क ऑनलाइन जमा करना होगा।
इस कॉपी का उतना ही महत्व होगा जितना कि तहसील से निकलवाए गए राजस्व रिकॉर्ड सत्यापित कापी का होता है। इस संबंध में राजस्व विभाग ने सभी अधिकारियों को निर्देश भी जारी कर दिए हैं। सरकार ने यह काम भोपाल ई-गवर्नेंस लिमिटेड को दिया है। आइटी सेंटर और लोक सेवा प्रबंधन विभाग ने इसके लिए जन सेवा केन्द्र और एमपी ऑनलाइन कियोस्क सेंटरों को सेवा प्रदाता के लिए अधिकृत किया है।
लोगों को 181 पर फोन कर बताना होगा कि उन्हें फलां खसरा नम्बर की कॉपी चाहिए या बी-1 की नकल चाहिए। ऑनलाइन भुगतान के संबंध में दस्तावेज की जानकारी भी देनी होगी। नक्शे की भी नकल उपलब्ध कराई जाएगी। सारी जानकारी देने के बाद किसान को मोबाइल पर जानकारी उपलब्ध करा दी जाएगी। हार्ड कॉपी निकलवाने किसानों को एमपी ऑनलाइन या जनसेवा केंद्र जाना होगा।
हालांकि सॉफ्ट कॉपी भी वे दिखाकर अपना काम कर सकेंगे। बताया जाता है कि जिला और संभाग स्तर पर राजस्व से जुड़ी जानकारियों को लोगों तक पहुंचाने के लिए जिले के आइटी अधिकारियों को अधिकृत किया है, जो एमपी ऑनलाइन और जनसेवा केन्द्रों को एक हफ्ते के अंदर ये रिकॉर्ड इन सेंटर्सको उपलब्ध कराने का काम करेंगे।
Published on:
11 Apr 2022 05:53 pm
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