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व्यापमं घोटाले जांच की धीमी रफ्तार पर सीबीआई डायरेक्टर ने लगाई फटकार

केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई के कार्यवाहक निदेशक राकेश अस्थाना मप्र के चर्चित व्यापमं घोटाले जांच की धीमी रफ्तार पर अधिकारियों को फटकार लगाई है।

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shahid samar

Jan 18, 2017

Bhopal

Bhopal

भोपाल.
केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई के कार्यवाहक निदेशक राकेश अस्थाना मप्र के चर्चित व्यापमं घोटाले जांच की धीमी रफ्तार पर अधिकारियों को फटकार लगाई है। मंगलवार को भोपाल आए अस्थाना ने जांच टीमों से सीबीआई की साख को ध्यान में रखकर विवेचना के निर्देश दिए। एक-एक जांच टीम के प्रभारी से जांच की प्रगति की रिपोर्ट ली। व्यापमं महाघोटाले की जांच लगभग अंतिम चरण में है। कारण, सीबीआई भी अब इस जांच को जल्दी पूरा करना चाहती है। अस्थाना ने अफसरों के साथ बैठक में निर्देश दिए हैं कि व्यापमं घोटाले की जांच अगले तीन महीने में खत्म कर सभी मामलों में चार्जशीट पेश की जाए।




अस्थाना ने देर शाम तक एक-एक मामले की समीक्षा की। सुबह चार इमली स्थित सीबीआई दफ्तर पहुंचने पर उनको गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद कतारबद्ध खड़े अफसरों और कर्मचारियों से उनका परिचय हुआ। सूत्र बताते हैं कि सीबीआई डायरेक्टर ने कहा है कि इस मामले की जांच में तेजी लाई जाए। इस पर पूरे देश की निगाह टिकी हुई हैं और कई हाईप्रोफाइल लोग लिप्त हैं। उप्र और बिहार के फरार आरोपियों की गिरफ्तारी में आ रही दिक्कत पर अस्थाना ने कहा कि इसमें स्थानीय ईकाई की मदद ली जाए।




अस्थाना ने हाई प्रोफाइल मामलों की विस्तार से समीक्षा की और जांच अधिकारी से हर बिंदु पर सवाल-जवाब किए। साथ ही जांच में छूट रहे महत्वपूर्ण तथ्यों की तरफ ध्यान दिलाया। अधिकारियों ने उन्हें जांच प्रगति और कोर्ट में पेश किए गए चालानों की जानकारी दी। उन्हें यह भी बताया गया कि सीबीआई के हाथ में जांच आने के बाद एसटीएफ के हाथ नहीं लगे फरार आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है।




डीजीपी ने दिलाई तेल संरक्षण की शपथ
अस्थना ने व्यापमं घोटाले से जुड़े लोगों की मौतों पर भी विस्तार से पूछताछ की जानना चाहा कि इन मौतों का सच क्या है। सूत्र बताते हैं कि जांच अधिकारियों ने उन्हें बताया कि जांच हाथ में लेने के बाद सिर्फ नम्रता डामोर के मामले में ही हत्या की पूरी आशंका लग रही थी, लेकिन अभी तक जांच टीम इस संबंध में ठोस सबूत नहीं जुटा पाई है। डायरेक्टर को बताया गया कि इस मामले में जेल में बंद नम्रता के साथियों से भी पूछताछ हुई है। बार-बार बयान लेने के बाद भी कुछ हासिल नहीं हुआ। सूत्र बताते हैं कि इस मामले में करीब एक घंटे तक अधिकारियों से चर्चा हुई। इसके बाद पत्रकार अक्षय सिंह और अन्य मौतों की जांच की समीक्षा की गई।


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पांच घंटे चली क्लास
सीबीआई डायरेक्टर ने करीब पांच घंटे अधिकारियों की क्लास ली। वह सुबह विमानतल से सीधे राजभवन आए। यहां से चार इमली स्थित सीबीआई मुख्यालय पहुंचे और दोपहर तक वहां रहे। लंच के बाद वे प्रोफेसर कालोनी स्थित सीबीआई के अस्थायी दफ्तर पहुंचे, जहां साढे पांच बजे तक रहे। सूत्रों ने बताया कि विमानतल पर उनके स्वागत के लिए सीबीआई के अधिकारी पहुंचे थे। लेकिन वह दूसरे गेट से निकलकर सीधे राजभवन आ गए। इस पर वहां पहुंचे अधिकारियों से उन्होंने नाराजगी भी जाहिर की।


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सिन्हा की बात बढ़ाई आगे
सीबीआई के कार्यवाहक डायरेक्टर अस्थाना ने भोपाल दौरे में पूर्व डायरेक्टर अनिल कुमार सिन्हा की बात को ही आगे बढ़ाया। सिन्हा ने भी कहा था कि इस मामले से सीबीआई की प्रतिष्ठा जुड़ी हुई है, इसलिए पूरी सावधानी और बारीकी से जांच की जाए। ताकि लोगों में देश की इस प्रतिष्ठित जांच एजेंसी का भरोसा कायम रहे। अस्थाना ने भी यही संदेश दिया। सिन्हा अक्टूबर 2016 मंे मामलों की समीक्षा के लिए आए थे।

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