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नारी शक्ति स्वरूपा, इनकी पूजा- आराधना करे, इन पर अत्याचार नहीं

चैत्र नवरात्र आज से, आठ दिन होगी शक्ति की साधना और आराधना, महिलाओं के खिलाफ अपराध लगातार बढ़ते जा रहे हैं। एेसे में जरूरत इस बात की है कि एेसे अपराधों

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भोपाल.शक्ति की साधना और आराधना का पर्व चैत्र नवरात्र रविवार से शुरू हो रहे हैं। नवरात्र में कन्या पूजन का विशेष महत्व शास्त्रों में बताया गया है, लेकिन जिन कन्याओं को हम देवी मानकर पूजते हैं, उन पर ही लगातार अत्याचार बढ़ता जा रहा है। महिलाओं के खिलाफ अपराध लगातार बढ़ते जा रहे हैं। एेसे में जरूरत इस बात की है कि एेसे अपराधों पर कैसे अंकुश लगे और कैसे इसे शक्ति से रोका जाए। इस संबंध में शहर की महिला पुरोहितों का कहना है कि इसके लिए समाज के लोगों को अपना नजरिया बदलना होगा, साथ ही नवरात्र में यह संकल्प लेना होगा कि वे महिलाओं को देवी, मां, बहन, बेटी के रूप में देखे, उसके सम्मान को बनाए रखे।

लोग अपनी मानसिकता बदले
महिला ज्योतिषाचार्य अंजना गुप्ता का कहना है वेद, शास्त्रों में स्त्री को भगवान की तरह ही पूर्णता का दर्जा मिला है। वह एेसी शक्ति है, जो पूर्ण है। इसलिए स्त्री पूजनीय है, लेकिन समाज की विकृत मानसिकता के कारण नारी को सम्मान के लिए जूझना पड़ रहा है। इसके लिए जरुरी है कि लोग महिलाओं को लेकर अपनी सोच को बदले। नवरात्र में हम देवी मानकर कन्याओं का पूजन करते हैं, पूजा करने के साथ हमे बेटियोंं को सुरक्षा भी देनी होगी।

महिलाओं पर अत्याचार शास्त्र विरोधी
महिला ज्योतिषि सुषमा पुरोहित का कहना है कि शास्त्रों में नारी को शक्ति कहा गया है। नवरात्र में कन्या पूजन करते हैं, पत्नी को लक्ष्मी मानते हैं, फिर उसी पर अत्याचार होता है। महिलाओं को लेकर समाज में जो विकृति आई है, वह शास्त्र विरोधी है। इसका कारण यह भी है कि हम बच्चों को अच्छी पढ़ाई तो दे रहे, लेकिन संस्कारों के बीज उनमें नहीं डाल रहे। इसके लिए घर परिवार से लेकर समाज को आगे आना होगा।

आज से मंदिरों में जलेगी अखंड ज्योति, जगतजननी की होगी आराधना

चैत्र नवरात्र के साथ ही शहर में रविवार से भक्ति के उत्साह का नजारा दिखाई देने लगेगा। नवरात्र के चलते शहर में उत्साह और उमंग का माहौल दिखाई देने लगा है। रविवार को नवरात्र की शुरुआत होगी, घरों और मंदिरों में घट स्थापना की जाएगी, और आठ दिनों तक शक्ति की साधना और आराधना होगी। मंदिरों में अखंड ज्योति जलाई जाएगी और अनेक धार्मिक अनुष्ठान होंगे, इसके साथ ही शहर में अनेक स्थानों से चुनरी यात्राएं निकाली जाएंगी। श्रद्धालु व्रत रखेंगे और दुर्गा चालीसा, दुर्गा सप्तशती का पाठ करेंगे। नवरात्र के चलते शहर के दुर्गा मंदिरों में आकर्षक साज सज्जा की गई है।

कफ्र्यूवाली माता मंदिर , सोमवारा

मंदिर में शाम को 7:30 बजे घट स्थापना होगी, अखंड ज्योति जलेगी, ज्वारे बोएंगे और आरती होगी। सोमवार से मंदिर दोपहर एक बजे तक खुला रहेगा, इसी प्रकार अष्टमी और नवमी को मंदिर पूरे दिन दर्शनार्थियों के लिए खुला रहेगा।

प्राचीन माता मंदिर

अवंतिबाई चौराहा स्थित प्राचीन माता मंदिर में सुबह ९ बजे घट स्थापना होगी। नवरात्र में नौ दिन मंदिर दिन भर खुला रहेगा, सुबह, दोपहर, शाम तीन समय माता का शृंगार होगा। अष्टमी पर यहां कन्या भोजन होगा।

वैष्णोधाम मंदिर, नूतन सुभाष स्कूल

मंदिर में सुबह मा वैष्णों का अभिषेक होगा और 10 बजे घट स्थापना होगी और अखंड ज्योति जलेगी। इसके बाद ध्वजारोहण कि या जाएगा। नवरात्र में मंदिर सुबह 5:30 बजे से रात्रि 10 बजे तक खुला रहेगा। साथ ही रोज शतचंडी पाठ किया जाएगा।

दुर्गाधाम मंदिर अशोक विहार
अशोक विहार स्थित दुर्गाधाम मंदिर में सुबह आठ बजे घट स्थापना होगी। नौ दिनों तक यहां रोजाना नौ देवियों का शृंगार, पूजा अर्चना होगी। नवरात्र महोत्सव का समापन २६ को होगा।