
11 साल में भी नहीं बन पाया ग्रीन वन भवन, 86 करोड़ से 182 करोड़ हुई लागत
भोपाल। वन भवन की डिजाइन फिर से बदली जाएगी। क्योंकि वित्त विभाग ने वन विभाग को इस भवन के निर्माण की लागत राशि १७८ करोड़ रूपए से कम करने के लिए कहा है।
भवन के डिजाइन में बदलाव कर लागत राशि कम करने के संबंध वन, इप्को और मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग १५ दिन के अंदर अपनी रिपोर्ट वित्त विभाग के समक्ष प्रस्तुत करेंगे।
वन विभाग की तीन मंजिला बिल्डिंग वन भवन के नाम से लिंक रोड नम्बर तीन पर वर्ष 2014 से बनाई जा रही है, जो अभी तक नहीं बन पाई है। भवन के निर्माण में हो रही लेट लतीफी की मुख्य वजह बार-बार डीपीआर और प्लान में बदलाव करना बताया जा रहा है।
बिल्डिंग की लागत राशि ८६ से बढ़कर करोड 178 करोड़ रुपए हो गई है। वित्त विभाग ने इस राशि को कम करने के संबंध में वन विभाग को कहा है।इस भवन का क्षेत्रफल तीन लाख स्वायर फिट है।
निर्माण करने का काम मध्य प्रदेश टूरिज्म विकास निगम (एमपीटी) को दिया गया है। वन भवन निर्माण की शुरूआती लागत 86 करोड़ रूपए निर्धारित की गई थी। इस भवन का शिलान्यास वर्ष २००८ में किया गया था।
चार बार हुआ बदलाव
वन भावन की डिजाइन में अब तक चार बार बदलाव किया जा चुका है। भवन के निर्माण में सबसे पहले वन विभाग द्वारा फाउंडेशन बदला गया। इसके बाद ग्रीन बिल्डिंग का कांसेप्ट लाया गया। इसके बाद में लाल ईंटे की जगह फ्लाईएस का ईंटा लगाने के लिए इसे डीपीआर में शामिल किया गया। इसके बाद सीवेज ट्रीटमेंट प्लान का कांसेप्ट सहित अन्य प्लान लाया गया, जिससे बिल्डिंग की कास्ट बढ़ती गई। अब आंतरिक डिजाइन को बदलकर लागत राशि कम करने के लिए कहा गया है।
वन भवन के निर्माण के संबंध में शनिवार को एसीएस की अध्यक्षता में एक हुई थी। इसमें वित्त विभाग का कहना है कि उस भवन की लागत राशि काम की जाए। उसकी डिजाइन में बदलाव कर उसकी लागत राशि काम की जाएगी।
- सुनील अग्रवाल, एपीसीसीएफ, भू प्रबंधन
Published on:
07 Jun 2019 09:15 am
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