
Chipko movement in Bhopal : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मंत्रियों और विधायकों के लिए बनाए जाने वाले आवासों के लिए कथित तौर पर 29 हजार पेड़ काटे जाने के प्लान का विरोध शुरू हो गया है। विभाग के इस फैसले पर लोगों में नाराजगी नजर आने लगी है। खासतौर पर महिलाओं ने इस मामले पर अनोखा विरोध प्रदर्शन शुरु किया है। पेड़ काटे जाने के विरोध में पहुंचीं महिलाएं पेड़ों से चिपककर खड़ी हो गईं। इस 'चिपको मूवमेंट' नाम दिया गया है। बता दें कि, यहां महिलाओं के साथ साथ बड़ी संख्या में पुरुष बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल हैं।
आपको बता दें कि, राजधानी भोपाल के तुलसी नगर और शिवाजी नगर इलाके में माननीयों के बंगले बनना प्रस्तावित हैं। इन्हीं बंगलों के निर्माण के लिए यहां पर बड़ी तादाद में लगे पेड़ों को काटने की तैयारी की जा रही है। प्रशासन के इस फैसले की सुगबुगाहट जब स्थानीय लोगों को लगी तो तो उन्होंने इसपर नाराजगी व्यक्त की। स्थानीय पार्षद गुड्डू चौहान नेतृत्व में कांग्रेस के कई नेताओं के साथ महिलाओं और स्थानीय रहवासियों ने पेड़ों से चिपकर अनोखा प्रदर्शन किया।
बड़ी संख्या में आए स्थीय लोगों के साथ पहुंचे पार्षद गुड्डू चौहान ने कहा कि इस पूरे इलाके में 60 हजार से अधिक पेड़ हैं। भोपाल के 12 फीसदी हिस्से पर ग्रीनरी है, इसमें से 4 फीसदी हरियाली सिर्फ इसी इलाके में है। अगर ये पेड़ भी काट दिए गए तो पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंचेगा।
वहीं प्रदर्शन में शामिल स्थानीय महिला कुसुम देवी ने कहा इन पेड़ों को उनके बुजर्गों द्वारा अपने हाथों से लगाया गया था। इन पेड़ों को लगाने के पीछे उनका उद्देश्य प्रकृति के सतुलन को बनाए रखना था। इसलिए भी हमे इन पेड़ों से भावनात्मक लगाव है। उन्होंने ये भी कहा कि एक तरफ मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा सांसद शिवराज सिंह चौहान प्रकृति बचाने का संदेश देते हुए हर रोज पेड़ लगाते और आमजन को पेड़ लगाने का संदेश देते हैं और वहीं दूसरी तरफ उन्हीं की पार्टी की सरकार वाले शहर में इतनी बड़ी संख्या में पेड काटने की प्लानिंग की जा रही है। उन्होंने कहा कि हम सभी का सरकार से अनुरोध है कि मंत्री-विधायको के भवन निर्माण के लिए उस स्थान का चयन करें, जहां पेड़ न हो। इस क्षेत्र को बर्बाद न करें। सरकार फैसला करे कि अब वो पर्यावरण को बचाने का फैसला लेगी या बर्बाद करने का।
दरअसल, भोपाल में मंत्री और विधायकों के लिए आवास बनाए जाने हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार, जो भवन मौजूदा समय में हैं, वो वो पुराने हो चुके हैं। ऐसे में शहर के तुलसी नगर और शिवाजी नगर में बने मकानों को तोड़कर हाईराइज बिल्डिंग तैयार की जाएगी। इसके लिए यहां लगे पेड़ों को काटने की प्लानिंग की जा रही है।
Updated on:
13 Jun 2024 07:51 pm
Published on:
13 Jun 2024 02:38 pm
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