
mp election 2023 : आखिर कांग्रेस ने क्यों नहीं किया एक सीट पर ऐलान ? कहीं ये तो नहीं पेंच
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर कांग्रेस ने गुरुवार देर रात प्रत्याशियों की दूसरी सूची भी जारी कर दी है। सामने आई सूची में 88 नामों की घोषणा हुई है। इससे पहले कांग्रेस की पहली सूची में 144 नामों की घोषणा हुई थी। इस तरह गौर करें तो कांग्रेस ने मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से 229 सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए हैं। सवाल ये है कि प्रदेश में सिर्फ बैतूल जिले की आमला विधानसभा ही ऐसी सीट है, जिसपर कांग्रेस ने प्रत्याशी का नाम होल्ड कर रखा है। अब सियासी गलियारों में 229 उम्मीदवारों से ज्यादा प्रदेश की सिर्फ एक विधानसभा सीट को लेकर चर्चा हो रही है। क्या है इस सीट को होल्ड करने की वजह ? आइये जानें।
आपको बता दें कि आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर प्रदेश कांग्रेस की ओर से जारी की गई पहली लिस्ट में 144 प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया गया था। इसके बाद गुरुवार देर रात 88 नामों की दूसरी लिस्ट जारी हुई है। इसमें तीन उन प्रत्याशियों के नाम शामिल थे, जहां से पार्टी ने पहले टिकट जारी कर दिया था। यानी, दूसरी लिस्ट में नई सीटों पर सिर्फ 85 नाम ही जारी किए। तीन सीटों पर नाम बदले गए। ऐसे में कुल उम्मीदवार 229 हो गए। अब सिर्फ बैतूल जिले की आमला विधानसभा ही एक सीट शेष है, जिसके नाम का ऐलान करने के लिए तीसरी सूची जारी की जाएगी।
आमला का नाम होल्ड करने का कारण
आमला बैतूल जिले का वो इलाका है जहां से मध्य प्रदेश सरकार की अफसर निशा बांगरे प्रबल चुनावी उम्मीदवार हैं। वहीं, चुनाव लड़ने के लिए निशा बांगरे अपने पद से इस्तीफा भी दे चुकी हैं। लेकिन, सरकार ने अबतक उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया। इस कारण उनके चुनाव लड़ने पर संशय है। राजनीतिक जानकारों की मानें तो जिस तरह से निशा बांगरे द्वारा सरकार के खिलाफ छेड़े गए आंदोलन का समर्थन कांग्रेस ने किया है, उस हिसाब से पार्टी की आधिकारिक प्रत्याशी हो सकती हैं। संभावना जताई जा रही है कि इस्तीफा मंजूर होने के हालात में कांग्रेस की ओर से उन्हें आमला से टिकट देने का वादा भी किया है।
अफसर रहते हुए नहीं लड़ सकतीं चुनाव- नियम
प्रदेशभर में चर्चित डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे के इस्तीफे को लेकर प्रदेश सरकार से ठनी हुई है। सरकार ने उनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया, जिसके चलते उन्होंने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर रखी है। वहां से भी जल्द फैसला न होने पर कांग्रेस नेता और वरिष्ठ वकील विवेक तन्खा ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर दी है। इसपर सुप्रीम कोर्ट ने निशा बांगरे के मामले पर जबलपुर हाई कोर्ट से जल्द से जल्द फैसला करने को कहा है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि नामांकन के आखिरी दिन तक भी अगर हाईकोर्ट के जरिए निशा बांगरे का इस्तीफा मंजूर हो जाता है तो उन्हें पार्टी का टिकट दे दिया जाएगा।
Published on:
20 Oct 2023 03:51 pm
बड़ी खबरें
View Allभोपाल
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
