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सदन में रो पड़ीं कांग्रेस विधायक

हंगामा के चलते नहीं हो सकता प्रश्नकाल, शून्यकाल और ध्यानाकर्षण

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भोपाल। शुक्रवार को सदन में महू काण्ड की फिर से गूंज हुई। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस (Congress) ने पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि सरकार आदिवासियों पर अत्याचार कर रही है। पुलिस ने मृतिका के माता, पिता और भाई पर एफआईआर दर्ज कर ली। विपक्षी सदस्य इस संबंध में गृह मंत्री के वक्तव्य की मांग करने लगे, लेकिन गृह मंत्री के वक्तव्य के बाद भी िस्थति नहीं संभली।

पुलिस बर्वरता का आरोप लगाते हुए कांग्रेस विधायक विजय लक्ष्मी साधौ सदन में घुटनों के बल बैठ गई, आदिवासियों को न्याय दिलाने की गुहार लगाई। जब सुनवाई नहीं हुई तो वे सदन में रो पड़ीं (wept )। अन्य महिला विधायकों ने उन्हें शांत कराया। आखिरकार वे आंसू पोंछते हुए सदन से बाहर निकल गईं। इस हंगामा के चलते स्पीकर ने सदन की कार्यवाही प्रश्नकाल तक के स्थगित कर दी।सदन की कार्यवाही शुरू होते ही प्रश्नकाल के दौरान स्पीकर ने विधायक विजय राघवेन्द्र का नाम सवाल पूछने के लिए पुकारा। वे सवाल पूछ पाते इसके पहले ही कांग्रेस विधायक बाला बच्चन खड़े हो गए। उन्होंने कहा कि एक आदिवासी युवती की हत्या हुई है। वे उसके परिजनों के मुलाकात कर आए हैं। पुलिस की गोली से एक 20 वर्षीय युवक की मौत हुई। मृतक के परिजनों के पर ही एफआईआर दर्ज कर दी गई। सदन में गृह मंत्री जवाब दें। कांग्रेस विधायक कांतिलाल भूरिया ने कहा कि आदिवासियों के साथ अन्याय हो रहा है। सज्जन सिंह वर्मा ने एफआइआर की कॉपी लहराते हुए कहा कि जिस युवती की हत्या हुई उसके ही परिजनों पर एफआईआर दर्ज कर दी गई। ये अत्याचारी सरकार है। आदिवासियों के साथ अन्याय हो रहा है।

हालांकि विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने विधायकों को समझाइश दी कि प्रश्नकाल हो जाने दीजिए, विधायकों के महत्वपूर्ण सवाल लगे हैं, उसके बाद आप सभी को अपनी बात कहने का अवसर देंगे। लेकिन विधायक अपनी बात अड़े रहे। इसको लेकर सत्ता पक्ष के विधायक भी बोलने लगे। इससे सदन में हंगामा और बढ़ गया।

सीसीटीवी फूटेज के आधार पर दर्ज हुई एफआईआर -गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सदन को बताया कि मृतिका की शार्ट टर्म पीएम रिपोर्ट आ गई है। इसमें उसकी मौत करंट लगने से होना पाई गई। जहां तक एफआईआर की बात है तो सीसीटीव्ही फुटेज के आधार पर उस वक्त जो लोग बलवा में शामिल दिखे, उन पर एफआईआर हुई है। इसमें मृतिका के परिजन भी शामिल हैं। गृह मंत्री के वक्तव्य के बाद सदन में फिर हंगामा शुरू हो गया। कांग्रेस विधायक कांतिलाल भूरिया ने तो यहां तक आरोप लगा दिया कि पुलिस ने युवक के सीने में गोली मारी है, हम स्वयं देखकर आए हैं।

बाहर भी रोए विधायक

सदन के बाहर आई कांग्रेस विधायक विजय लक्ष्मी साधौ का दर्ज फिर से छलक पड़ा। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार आदिवासियों के साथ अन्याय कर रही है। कांग्रेस विधायक पांचीलाल मेड़ा भी अपनी बात कहते-कहते रो दिए।