19 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

अध्यक्ष पद के लिए प्रेशर पॉलिटिक्स, दिग्विजय खेमा सक्रिय; अजय सिंह ने कहा- मैं प्रदेशाध्यक्ष की रेस में नहीं

कमलनाथ खेमा बाला बच्चन के नाम का समर्थन कर रहा है।

2 min read
Google source verification

भोपाल

image

Pawan Tiwari

Aug 29, 2019

अध्यक्ष पद के लिए प्रेशर पॉलिटिक्स, दिग्विजय खेमा सक्रिय; अजय सिंह ने कहा- मैं प्रदेशाध्यक्ष की रेस में नहीं

अजय सिंह और दिग्विजय सिंह- फाइल फोटो

भोपाल. मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर अब दबाव की पॉलिटिक्स शुरू हो गई है। पूर्व मंत्री अजय सिंह ने अटकलों के बीच बड़ा बयान देते हुए कहा है कि मैं अध्यक्ष पद की दौड़ में नहीं हूं। बता दें कि बुधवार को करीब 15 विधायक अजय सिंह के आवास पर पहुंचे थे।

क्या कहा अजय सिंह ने
प्रदेश अध्यक्ष बनने की अटकलों के बीच अजय सिंह ने कहा वो अध्यक्ष पद की दौड़ में नहीं हैं। सोनिया गांधी जो चाहेंगी मैं उस हिसाब से काम करूंगा। सभी विधायक मेरे आवास पर चाय पीने आए थे।

इन विधायकों ने की थी मुलाकात
अजय सिंह के निवास पर पहुंचने वाले विधायकों में केपी सिंह,, विक्रम सिंह नातीराजा, सुनीता पटेल, कलावती भूरिया, आलोक चतुर्वेदी, देवेद्र पटेल, फुंदेलाल मार्को और मनोज चावला समेत अन्य विधायक थे।

दबाव की राजनीति
सूत्रों के मुताबिक अजय सिंह के आवास पर पहुंचे विधायक दिग्विजय सिंह खेमे के हैं। अजय सिंह भी दिग्विजय गुट के माने जाते हैं। दिग्विजय सिंह और अजय सिंह की मुलाकात के बाद से ही अटकलों का दौर शुरू हुआ कि अध्यक्ष पद के लिए दिग्विजय सिंह खेमा सक्रिय हो गया है। सूत्रों के अनुसार, इसे दबाव की राजनीति माना जा रहा है। दिग्विजय समर्थक विधायक चाहते हैं कि चुनाव हो जिससे अजय सिंह को प्रदेश अध्यक्ष घोषित किया जा सके।


दिग्विजय ने भी की थी मुलाकात
विधायकों के मुलाकात से पहले पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और कमलनाथ सरकार के मंत्री डॉ गोविंद सिंह ने अजय सिंह से मुलाकात की थी। इस दौरान दिग्विजय सिंह ने कहा था कि मैं अध्यक्ष पद की दौड़ में नहीं हूं लेकिन अध्यक्ष पद के लिए योग्य व्यक्ति का चयन होना चाहिए। वहीं, डॉ गोविंद सिंह ने कहा था मैं प्रदेश अध्यक्ष बनना चाहता हूं लेकिन मुझे बनाएंगे नहीं।

हालांकि अजय सिंह की ये कवायद हो सकती है कि विधायकों को अपने आवास पर एकत्रित कर शक्ति प्रदर्शन करें। क्योंकि सियासत में ताकत की काफी अहमियत होती है। वहीं, इस रेस में बाला बच्चन का नाम भी आगे चल रहा है। लेकिन जितनी तेज हलचल है, उससे तो यही लग रहा है कि जल्द प्रदेश अध्यक्ष को लेकर अंतिम फैसला होने वाला है।