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बड़ी खबर: कांग्रेस का ‘सीक्रेट प्लान’ सामने आते ही विरोधियों में मच गया हड़कंप!

कांग्रेस की ओर से एक अन्य प्लानिंग के तहत सरकार पर लगातार हमले भी जारी हैं...

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भोपाल। तीन विधानसभा चुनाव में लगातार बुरी तरह से MP में शिकस्त खाने के बाद अब कांग्रेस ने सत्ता में वापसी के लिए नया प्लान तैयार कर लिया है। जिससे वह अपने विपक्षियों को हराकर वापस सत्ता में काबिज हो सके।

प्रदेश में चुनावों की तेज हलचल शुरू होने से पहले ही कांग्रेस की ओर से एक अन्य प्लानिंग के तहत सरकार पर लगातार हमले भी जारी हैं। इनमें से अधिकांश हमले ट्विटर के माध्यम से या पत्र लिखकर किए जा रहे हैं।

अब नए सीक्रेट प्लान के तहत इस बार पार्टी गुजरात की तर्ज पर युवा और नये चेहरों को मध्यप्रदेश में भी आजमायेगी। इसी को देखते हुए आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस टिकट वितरण में एक बड़ी सर्जरी की तैयारी में जुटी है। पिछले दिनों पार्टी के प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया ने जब इसे लेकर अपने खुलासा किया तो उनकी इस बात ने पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं के माथे में पसीना ला दिया।

इस दौरान बावरिया ने साफतौर पर कहा कि जो चार या पांच चुनाव लड़े हैं और उम्र में वरिष्ठ नागरिक बन चुके हैं, ऐसे लोग विधानसभा में टिकट के ख्वाब न देखें। पार्टी गुजरात की तर्ज पर नये और युवा चेहरों को प्राथमिकता देगी।

कांग्रेस के आखिरी वक्त में टिकटों का वितरण करने के सवाल पर बाबरिया ने इस बात को स्वीकारते हुए ऐलान कर दिया कि इस बार उनकी प्राथमिकता पहले टिकट बांटने की होगी। ताकि उम्मीद्वारों को तैयारी का पूरा वक्त मिले।

खासतौर पर जिन सीटों पर पार्टी का प्रदर्शन ठीक नहीं रहा वहां 6 महीने पहले ही टिकट वितरण का प्रयास होगा। वहीं दूसरी ओर कुछ लोगों का कहना है कि बावरिया ने दरअसल 5-6 चुनाव लड़ चुके लोगों से अब नए लोगों को आगे लाने की अपील करते हुए ये बात कही है।

मध्य प्रदेश में 2003 विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस को अगले दो विधानसभा चुनावों में भी सत्ता नहीं मिली। दोनों ही बार पार्टी को करारी हार झेलनी पड़ी। ऐसे में कांग्रेस इस बार नयी रणनीति के तहत मैदान में उतरती दिख रही है।

50,000 रुपए में मिलेगा पार्टी टिकट:-
मध्यप्रदेश में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इन चुनाव को देखते हुए कांग्रेस ने पार्टी का टिकट मांगने वालों के सामने शर्त रखी है। जिसके तहत पार्टी ने टिकट चाहने वाले उम्मीदवारों को 50,000 रुपए पार्टी कोष में जमा करवाने को कहा है।

मध्यप्रदेश कांग्रेस प्रभारी दीपक बावरिया ने बताया कांग्रेस से टिकट चाहने वाले उम्मीदवारों को 50,000 रुपए पार्टी कोष में जमा कराना होगा। वहीं महिलाओं, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों को 25,000 रुपए जमा करवाना होगा।

दरअसल मध्य प्रदेश में 14 साल से सत्ता से बाहर कांग्रेस का खजाना अब पूरी तरह से खाली हो चुका है। ऐसे में वित्तीय संकट से घिरी पार्टी ने विधानसभा चुनाव के साल में खजाना भरने के लिए नया प्रयोग करने जा रही है।

इस बात के सामने आने के बाद अबकी बार कांग्रेस का टिकट की ख्वाहिश रखने वाले नेताओं को आवेदन के साथ 50 हजार रुपए का डिमांड ड्राफ्ट जमा कराना होगा। वहीं आवेदन करने वाले नेता को टिकट नहीं मिलने पर यह राशि वापस नहीं होगी।

यह फैसला प्रदेश चुनाव समिति ने बैठक में पारित किया है। उन्होंने कहा कि इससे टिकट मांगने वालों में भी गंभीरता बनी रहेगी और पार्टी को कोष के लिए जूझना भी नहीं पड़ेगा।
सामान्य वर्ग के पुरुष आवेदकों को आवेदन के साथ 50 हजार रुपए का डिमांड ड्राफ्ट भी जमा कराना होगा और महिला, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों को पार्टी ने छूट देते हुए यह राशि 25 हजार रुपए तय की है।

आवेदन लेने की ये प्रकिया कांग्रेस पांच मार्च से शुरू करेगी और यह प्रकिया 15 मार्च तक जारी रहेगी। पार्टी ने ये भी साफ़ कर दिया है कि रुपए जमा कराना ही टिकट मिलने की गारंटी नहीं है।

इसके लिए पार्टी चार स्तर पर सर्वे करेगी। इस परीक्षा में खरे उतरने पर ही टिकट फाइनल होगा। जिन्होंने रुपए जमा करवाए है उन्हें अगर टिकट नहीं भी मिलता है तो उनके रुपए लौटाए नहीं जाएंगे। सारी राशि पार्टी के खजाने में जमा हो जाएगी। संवाददाताओं को जानकारी देते हुए दीपक बावरिया ने ये भी बताया कि पार्टी का टिकट मांगने वाला कोई भी उम्मीदवार टिकट का आवेदन करते समय शक्ति प्रदर्शन न करे, क्योंकि ऐसा करना मना किया गया है।