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अब कम नंबर लाने वाले स्टूडेंट्स को भी मिलेगा मौका, कराई जा रही है CUET की तैयारी

12वीं व यूजी अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को कराई जा रही है सीयूइटी की तैयारी

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CUET preparation

भोपाल। बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी (बीयू) सहित प्रदेश के अधिकांश विश्वविद्यालयों में इस साल कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) के माध्यम से प्रवेश होंगे। बारहवीं के बाद छात्र-छात्राओं का एडमिशन मन पसंद विश्वविद्यालय में हो सके। इसके लिए स्कूलों में तैयारी कराई जाएगी। सुभाष एक्सीलेंस स्कूल के प्राचार्य सुधाकर पाराशर ने बताया कि स्कूल में विद्यार्थियों को सिलेबस के अलावा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी कराई जाती है। इसमें सीयूईटी भी शामिल हैं। उन्हें कक्षा में सीयूईटी के संबंध में जानकारी दी जा रही है, ताकि 12वीं पास होने के बाद उनका दाखिला अच्छे विश्व विद्यालय में हो सके। इसी के साथ इस साल स्नातकोत्तर (पीजी) में भी सीयूईटी के माध्यम से ही एडमिशन होंगे। इसके लिए स्नातक (यूजी) अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को कॉलेजों में तैयारी कराई जा रही है।

खाली रह गईं थी सीटें

इ स साल बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी में कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) के माध्यम से प्रवेश हुआ था, लेकिन विद्यार्थियों की तैयारी न होने के कारण विश्वविद्यालयों में सीटें खाली रह गईं थी। बीयू के पांच कोर्सों की 223 सीटों में एडमिशन लेने के लिए लगभग 12 हजार स्टूडेंट्स ने सीयूआईटी में भाग लिया था। इसमें मप्र के अलावा देश के अन्य राज्यों के विद्यार्थी शामिल हैं। करीब एक माह चली प्रक्रिया के करीब 250 विद्यार्थियों ने ही एडमिशन लिया था।

क्या है सीयूइटी

जानकारी के अनुसार ये एक कॉमन टेस्ट है जिसमें मिले मॉर्क्स के बेसिस पर स्टूडेंट देश की किसी भी सेंट्रल यूनिवर्सिटी में एडमिशन ले सकते हैं। इसमें 12वीं कक्षा में प्राप्त अंकों को वेटेज नहीं दिया जाता। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी इस टेस्ट कराती हैं। इससे छात्रों को अलग-अलग यूनिवर्सिटी के लिए अलग-अलग एंट्रेंस टेस्ट नहीं देना होगा।

क्या होगा सिलेबस

टेस्ट का सिलेबस सीयूईटी के 12वीं क्लास के सिलेबस से मिलता जुलता ही है। सीयूईटी की परीक्षा 13 भाषाओं में आयोजित की गई थी। छात्र अपनी सुविधा के अनुसार कोई भी भाषा चुन सकते हैं। जिन 13 भाषाओं में परीक्षा दी जा सकती हैं वो हैं- हिंदी, अंग्रेजी, असमिया, बंगाली, गुजराती, कन्नड़, मलयालम, मराठी, ओडिया, पंजाबी, तमिल, तेलुगू व उर्दू है।