22 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

वंदे भारत एक्सप्रेस में लगेंगी ‘गद्दीदार सीटें’, लेग स्पेस भी बढ़ेगा

Vande Bharat: वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में अब यात्रियों को और भी हाई क्लास सुविधा मिलेगी।

2 min read
Google source verification
vande bharat express train

Vande Bharat: भारतीय रेलवे की सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन यात्रियों की पहली पसंद बनती जा रही है। इसी को देखते हुए रेलवे ने वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को अपग्रेड करने का फैसला लिया है। जिससे यात्रियों का सफर अब और आरामदायक के साथ-साथ सुविधाजनक हो जाएगा। इसकी शुरुआत मध्यप्रदेश के भोपाल रेल मंडल से हो रही है।

वंदे भारत में लगेंगी वोल्वो बस जैसी सीटें

रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से हजरत निजामुद्दीन और जबलपुर के लिए चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस में रेलवे बड़ा बदलाव करने जा रहा है। इन ट्रेनों में रेलवे चेयरकार श्रेणी में वोल्वो बस जैसी सीटें लगाएगा। ताकि यात्रियों को लंबी दूरी में आरामदायक सफर मिल सके। रेलवे ने फीडबैक के आधार पर सीटों को बदलने का फैसला किया है। ट्रेन में वॉल्वो बसों में लगाई जाने वाली मोटी कुशन वाली सीटें होंगी। जो कि बैक सपोर्ट के रूप में काम करेंगी। इस बदलाव की शुरुआत रानी कमलापति स्टेशन से होगी। इसके बाद देशभर की वंदे भारत ट्रेनों में सीट बदलने का काम किया जाएगा।

क्यों लगाई जा रही मोटी कुशनिंग वाली सीट

रेलवे ने फीडबैक के आधार पर मोटी कुशनिंग वाली सीट लगाने का फैसला किया है। इसमें मोटी कुशनिंग के साथ चौड़ाई और बैक सपोर्ट मिलेगा। जिससे वंदे भारत में सफर करने वाले यात्रियों को बेहतर अनुभव मिल सकेगा। रेलवे का प्रयास है कि वंदे भारत सिर्फ हाईस्पीड ट्रेनों में ही नहीं बल्कि आरामदायक ट्रेन के लिए जानी जाए।

गुजरात की कंपनी को ठेका

रेलवे के मुताबिक, सीट बदलने की जिम्मेदारी भोपाल रेल मंडल को सौंपी गई है। जिसका काम रानी कमलापति कोचिंग डिपो में होगा। इस काम को पूरा करने के लिए गुजरात की एक कंपनी को ठेका दिया जाएगा। माना जा रहा है कि साल 2025 के अंत तक कुछ कोच में नई सीटें लग जाएंगी। बाकी का काम चेन्नई के इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में किया जाएगा।

बीते दिनों, पश्चिम मध्य रेलवे की महाप्रबंधक शोभना बंदोपाध्याय ने निरीक्षण के दौरान वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की सीटों को यात्रियों की सुविधानुसार और ज्यादा आरामदायक बनाने के लिए एर्गोनोमिक डिजाइन अपनाने के निर्देश दिए थे।