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साइबर ठगी में तुरंत मिल सकता है पूरा रिफंड, शिकार होते ही करें ये काम

साइबर ठगी में किसी को भी तुरंत पूरा रिफंड मिल सकता है

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तुरंत मिल सकता है पूरा रिफंड

भोपाल. साइबर ठगी में किसी को भी तुरंत पूरा रिफंड मिल सकता है. इसके लिए शिकार होते हेल्प लाइन नंबरों पर काल करना होगा. साइबर हेल्प लाइन 9479990636 और 1930 सहित गृह मंत्रालय की साइबर फ्रॉड हेल्पलाइन 155266, ये वह नंबर हैं जिन्हें आप को याद कर लेना चाहिए। अपने मोबाइल में साइबर हेल्प लाइन के नाम से फीड करना चाहिए और नाते रिश्तेदारों को भी इसकी जानकारी देना चाहिए। केंद्रीय गृह मंत्रालय और भोपाल पुलिस साइबर सेल ने मिलकर यह हेल्पलाइन नंबर लोगों की सहायता के लिए जारी किए हैं।

पुलिस ने साफ किया है कि ऑनलाइन ठगी होने की स्थिति में इन हेल्पलाइन नंबर पर 10 मिनट के अंदर जानकारी उपलब्ध कराने पर आपका और आपका पैसा जिस खाते में चला गया है उस खाते को फ्रीज करने में सहायता मिलती है। साइबर धोखाधड़ी की स्थिति में पुलिस कॉल आते ही आपके बैंक प्रबंधन व संबंधित खाते के बैंक प्रबंधन के बीच समन्वय का काम करते हुए अपराध की सूचना कंफर्म कर देती है। बैंक प्रबंधन पुलिस की सूचना पर तत्काल दोनों खातों को फ्रीज कर देता है। इस प्रकार दोबारा आपके खाते से राशि निकालने में आरोपी विफल होता है। जिस खाते में उसने धोखाधड़ी पूर्वक पैसा जमा कर लिया है उससे भी वह पैसे नहीं निकाल पाता है। इतना करने के बाद साइबर पुलिस को आरोपी तक पहुंचने एवं अपराध की विवेचना करने का पर्याप्त समय मिल जाता है। इस प्रकार पूरा प्रकरण न्यायालय में प्रस्तुत करने के बाद पीड़ित को उसका हक वापस दिला दिया जाता है।

कैसे काम करता है यह नंबर
राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 155260 नागरिकों को किसी भी वक्त उपलब्ध हो सकता है। यह नंबर किसी भी समय व्यस्त नहीं रहे इसके लिए इसे 10 लाइन पर डायवर्ट करके रखा गया है। सेट फॉर्मेट में पीड़ित का नाम नंबर और घटना की टाइमिंग पूछी जाती है। बेसिक डीटेल्स लेकर इसे आगे संबंधित पोर्टल और उस बैंक के ई-कॉमर्स डेस्क पर भेज दिया जाता है। संबंधित खाते को फ्रीज करवा कर पैसा जहां का तहां रोक दिया जाता है। इस पूरे ऑपरेशन में आरबीआइ की तरफ से सपोर्ट लिया जाता है ताकि किसी भी बैंक प्रबंधन की तरफ से आनाकानी में समय नष्ट नहीं किया जा सके।

इस साल 78 लाख बचाए गए: अकेले भोपाल शहर में जनवरी 2022 से लेकर 15 अगस्त तक साइबर धोखाधड़ी के मामलों में पुलिस ने 78 लाख रुपए खाते से निकलने से पहले फ्रीज करवाए हैं। खाता धारक द्वारा हेल्पलाइन पर फोन कर सहायता मांगी गई थी।

साइबर क्राइम डीसीपी अमित कुमार सिंह के अनुसार साइबर फ्रॉड होने पर तत्काल इन नंबरों पर जानकारियां दर्ज करवाएं। दस मिनट में आने वाले कॉल के मामलों में संबंधित खाते समय रहते फ्रीज हो जाते हैं। इससे आरोपी आपका पैसा अपने खाते से विड्रा नहीं कर पाता है।

राष्ट्रीय हेल्पलाइन 155260 एवं 1930,
भोपाल साइबर सेल हेल्पलाइन 9479990636

बचाव के यह तरीके इस्तेमाल करें
अनजान लोगों को ओटीपी या अपनी बैंक खाते की जानकारी शेयर नहीं करें।
बैंक अधिकारी बनकर फोन करने वालों से सावधान रहें।
कोई भी बैंक प्रबंधन कार्ड ब्लॉक करने केवाईसी अपडेट करने क्रेडिट लिमिट बढ़ाने या ऑनलाइन इनाम देने का झांसा मोबाइल फोन पर नहीं देता है।
किसी भी अनजान टेलीकॉलर के कहने पर प्ले स्टोर से जाकर अनाधिकृत एप्लीकेशन या लिंक को डाउनलोड करने का प्रयास नहीं करें।
बिजली विभाग के नाम से आने वाले मैसेज का कोई रिप्लाई नहीं करें यह फर्जी रहते हैं।
ऑनलाइन लोन एप्लीकेशन से लोन लेने का प्रयास नहीं करें।