
honeytrap Busted in MP
भोपाल। मध्यप्रदेश के हनीट्रैप मामले ( madhya pradesh honey trap ) ने एक तरफ राजनीतिक भूचाल ला दिया है, वहीं राजस्थान, महाराष्ट्र और दिल्ली के भी कई बड़े अधिकारी भी घेरे में आ गए हैं। बताया जाता है कि इन सुंदरियों ने इन्हें हुस्न के जाल में फंसाकर करोड़ों रुपयों की वसूली किए थे। ताजा मामला दिल्ली के तीन नामी डॉक्टरों से जुड़ा है। गिरफ्तार हुई लड़कियों से पूछताछ के आधार पर पुलिस इन डॉक्टरों की तलाश कर रही है।
हनीट्रैप में नेता और अफसरों को ब्लैकमेल करने वाली 5 लड़कियां पकड़ाई तो कई खुलासे होने लगे। इन लड़कियों के पास नेता और अफसरों के 90 से अधिक अश्लील वीडियो क्लिप हैं। इनमें दिल्ली के तीन नामी डॉक्टरों की भी क्लिपिंग हैं। गिरफ्तार लड़कियों में श्वेता स्वप्निल जैन, श्वेता विजय जैन, बरखा भटनागर सोनी, आरती दयाल और मोनिका यादव शामिल हैं। यही लड़कियां नेता और बड़े अफसरों को अपने प्रेम जाल में फंसाती थी और गुपचुप अश्लील वीडियो बना लेती थी। इसके बाद ब्लैकमेलिंग का काम शुरू कर देती थीं।
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तीन डाक्टरों की भी क्लिप तैयार
आरोपी महिलाओं ने दिल्ली के तीन नामी डाक्टरों को भी अपने प्रेम जाल में फंसा लिया था। आरती और मोनिका ने बताया कि इन डाक्टरों के वीडियो बनाकर लाखों की वसूली की थी। इनके वीडियो बरामद करने के प्रयास किए जा रहे हैं। ठेके के साथ ट्रांसफर पोस्टिंग के लिए कई नेता और अफसरों से संबंध बनाए जाते थे। पुलिस को कई लोगों के वीडियो के साथ वाइस रिकार्डिंग भी मिली हैं। हालांकि ये जानकारी देने में आनाकानी कर रही है। पुलिस का कहना है कि हम जल्द ही दिल्ली के तीनों डाक्टरों के बारे में जानकारी जुटा लेंगे। इसके अलावा मध्यप्रदेश के बाहर के भी इनके कनेक्शन तलाशे जा रहे हैं।
पोस्टिंग का खेल
इंदौर की एसएसपी रुचिवर्धन के अनुसार आरोपी महिलाएं कभी खुद को घरेलू काम करने वाली बताती हैं तो कभी ट्रांसफर पोस्टिंग के कारण अफसर-नेताओं से नजदीकी बताती हैं। लाइजनिंग के लिए वे हर हथकंडा अपना रही थीं। इनमें से एक वर्ग संबंध बनाने से नहीं झिझकता था तो दूसरा इसके वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करता था। महिलाओं ने कबूल किया है कि वे ट्रांसफर पोस्टिंग से भी अब तक लाखों कमा चुकी हैं।
भोपाल से दिल्ली तक ब्लैकमेलिंग
श्वेता स्वप्निल जैन
श्वेता स्वप्निल जैन की मिनाल निवासी श्वेता विजय जैन की चार साल पहले मंत्रालय में दोस्ती हो गई थी। दोनों एनजीओ को फंड दिलाने एक आईएएस के कैबिन में मिली थीं। इन्होंने तीन साल में 15 रसूखदारों को ब्लैकमेल किया। मुंबई, जयपुर में भी खूब प्रॉपर्टी बनाई।
बरखा भटनागर सोनी
कांग्रेस नेताओं से अच्छे संबंध रखने वाली श्वेता विजय जैन से दोस्ती हुई तो उसने कई युवतियों से मिलवा दिया। कांग्रेस नेताओं, अफसरों को फंसाने में श्वेता का सहयोग करने लगी। श्वेता इसे फंडिंग करती है। अधिकारी समेत पांच नेताओं को जाल में फंसाया।
आरती दयाल
भारतीय जनता पार्टी के एक कद्दावर नेता के जरिए श्वेता से मुलाकात हुई थी। श्वेता ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग से इसके एनजीओ को फंड दिलाने में मदद कर गिरोह में शामिल किया था। दो आईएएस को ब्लैकमेल किया। हाल ही में अयोध्या बायपास पर करीब 40 लाख रुपए कीमत का फ्लैट खरीदा। देर रात को नशे में घर पहुंचती थी और दस लोगों को अपने जाल में फंसा चुकी है।
मोनिका यादव
बीएससी की इस छात्रा से छह माह पहले ही आरती दयाल की पहचान हुई। आरती ने उसे रसूखदारों के पास भेजा। अपने फ्लैट में रखा। आरती से जुड़ने के बाद से कॉलेज नहीं गई। आरती ने उसे महंगे शौक, नशे का आदी बना दिया। यह लड़की अब तक 15 लोगों को अपने हुस्न का शिकार बना चुकी है।
Updated on:
21 Sept 2019 12:23 pm
Published on:
21 Sept 2019 12:19 pm
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