29 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

परीक्षा ​तिथि पर आपत्ति, मनमानी पर उतरा शिक्षा विभाग

शिक्षकों, विद्यार्थियों ने जताई आपत्ति

2 min read
Google source verification
exam.png

भोपाल. उच्च शिक्षा विभाग इन दिनों विद्यार्थियों की पढ़ाई कम करा रहा है और परेशानी ज्यादा दे रहा है। स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के अंतर्गत पहले सेमेस्टर में 29 नवंबर तक प्रवेश प्रक्रिया आयोजित की गई। इसके कुछ दिन बाद ही उनकी परीक्षा लेने की तैयारी शुरू कर दी है। विद्यार्थी से लेकर शिक्षक तक इसका विरोध कर रहे हैं। शिक्षकों द्वारा मौखिक रूप से आपत्ति दर्ज कराने के बाद परीक्षा तिथि आगे तो की गई पर अभी भी पढ़ाई पूरी होने की कोई संभावना नहीं है।

शैक्षणिक विभागों के शिक्षकों द्वारा मौखिक रूप से आपत्ति दर्ज कराने के बाद की गई 15 जनवरी - बरकतउल्ला विश्वविद्यालय (बीयू) ने इनके परीक्षा फार्म भरने शुरू कर दिए हैं। बीयू परिसर स्थित शैक्षणिक विभागों में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों की पहले सेमेस्टर की परीक्षाएं 15 जनवरी से शुरू हो जाएंगी। इसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने टाइम टेबल जारी कर दिया है। खास बात यह है कि 15 जनवरी की तारीख शैक्षणिक विभागों के शिक्षकों द्वारा मौखिक रूप से आपत्ति दर्ज कराने के बाद की गई।

शिक्षक आपत्ति दर्ज नहीं कराते तो विवि यह परीक्षा इससे पहले ही शुरू करा देता। इस तारीख के आसपास ही कॉलेजों की परीक्षाएं शुरू करने की तैयारी है। सत्र 2021-22 के शैक्षणिक कैलेंडर के अनुसार इस सेमेस्टर की कक्षाएं 1 सितंबर से शुरू हो चुकी हैं। लेकिन जिसने 29 नवंबर को प्रवेश लिया है उसे पहले सेमेस्टर की पढ़ाई पूरी करने के लिए लगातार एक्सट्रा क्लास लेनी होगी। कैलेंडर के मुताबिक 15 दिसंबर तक पढ़ाई पूरी हो चुकी है।

तो पढ़ाई के लिए मिलते सिर्फ 14 दिन
उच्च शिक्षा विभाग ने निर्देश जारी कर 16 दिसंबर से 11 जनवरी तक परीक्षा कराने के निर्देश दिए। बीयू इन निर्देशों का पालन करता तो 29 नवंबर की तारीख में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को इस सेमेस्टर मेें पढ़ाई के लिए सिर्फ 14 दिन ही मिलते। बीयू ने परीक्षाएं 15 जनवरी से शुरू कराने का निर्णय लिया। इसके बाद भी उन्हें 40 दिन ही मिल सकेंगे। आमतौर पर यह 90 कार्यदिवस का होता है। इस बार यह सेमेस्टर 73 कार्यदिवस का है।

नहीं दिया जवाब
उच्च शिक्षा विभाग ने 1 अगस्त से शुरू की प्रवेश प्रक्रिया को बार-बार बढ़ाया और इस तरह 29 नवंबर तक प्रवेश दिए गए। अब विद्यार्थियों को समय देकर कोर्स कराना किसकी जिम्मेदारी है। इस मामले में बीयू के कुलपति प्रो.आरजे राव से उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई। लेकिन उन्होंने इससे परहेज किया। इसके लिए उन्हें कॉल करने के अलावा एसएमएस भी किए। लेकिन जवाब नहीं दिया।

Must Read- 15 फीट गहराई में अटकी थी बच्ची, मां की पुकार सुनते ही करुण स्वर में बोली मासूम- मम्मी आ जाओ...