यह जानकारी शुक्रवार को हुई जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में नगर निगम आयुक्त व प्रभारी कलेक्टर बी.विजय दत्ता ने दी। उन्होंने सभी एसडीएम, तहसीलदार व ननि अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिले में बाढ़-अतिवृष्टि जैसे प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में पहले से ही अतिक्रमण को चिन्हित कर उन्हें हटाने की कार्रवाई करें।
बैठक में हुजूर एसडीएम राजकुमार खत्री ने कोलार-कलियासोत डेम में बारिश के दौरान अप्रिय घटना न हो, इसके लिए गोताखोर तैनात किए जाने की बात कही। बैठक में सीईओ जिला पंचायत व एडीएम सतीश कुमार एस, अपर कलेक्टर जेपी सचान, वंदना शर्मा, उपायुक्त नगर निगम मल्लिका निगम नागर सहित पुलिस, नगर निगम, विद्युत एवं संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
तीन दिन में मांगी अतिक्रमणों की रिपोर्ट
प्रभारी कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को नाले नालियों पर हुए अतिक्रमण, जर्जर भवनों, जलभराव वाले क्षेत्रों, नालों की सफाई आदि के संबंध में सर्वे कराकर तीन दिन में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी सर्कलों के एसडीएम को फ्री हैण्ड देते हुए कहा कि नालों पर जहां भी अतिक्रमण हों उन्हें हटाने की कार्यवाही तत्काल करें। नगर निगम व पुलिस इसमें आपका सहयोग करेगा। संभागायुक्त कल्पना श्रीवास्तव भी 14 जून को आपदा प्रबंधन की समीक्षा करेंगी।
यह भी दिए निर्देश
– जलभराव व बाढ़ के संबंध में ट्रोल फ्री नंबर 101 पर शिकायत दर्ज कराएं।
– बिजली अधिकारी अवैध बिजली कनेक्शन से होने वाली दुर्घटना क्षेत्रों को चिन्हांकित कर लूज वायर, खुले ट्रांसफार्मर पर निगरानी रखें तथा उन्हें दुरूस्त कराएं।
– नगर निगम अधिकारी सभी 19 जोनों में जर्जर भवनों का सर्वे कर उन्हें खाली कराकर उन्हें तुड़वाएं।
– गोताखोरों के नाम, मोबाइल नंबर सहित जानकारी एकत्र करें।