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सावधान! कोरोना के लक्षणों जैसा रोग, बच्चों पर तीन गुना असर

कोरोना टेस्ट के साथ घर में क्वारंटीन होने की सलाह दे रहे डॉक्टर

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भोपाल. बढ़ते संक्रमण के कारण कोविड की तीसरी लहर की आशंका भी बढ़ते जा रही है. ओमिक्रॉन ने मानो इसकी आहट दे दी है. इन सबके बीच अब मौसम ने भी मुश्किलें बढ़ा दी हैं. अचानक पड़ी तेज ठंड बच्चे और बड़ों दोनों को बीमार कर रही है। चिंता वाली बात यह है कि इस बार वायरल के लक्षण भी कोरोना जैसे ही हैं.

ऐसे में डॉक्टर्स मरीजों को कोरोना टेस्ट के साथ घर में क्वारंटीन होने की सलाह दे रहे हैं। इस संक्रमण की रफ्तार का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि सभी सरकारी और निजी अस्पतालों की ओपीडी दो गुना तक बढ़ गई है। इसका सबसे ज्यादा असर बच्चों पर हुआ है। डॉक्टरों के मुताबिक बच्चे वायरल निमोनिया के सामान्य लक्षण जैसे सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार के साथ तेज सांस चलना, खाने पीने में परेशानी जैसे लक्षणों के साथ आ रहे हैं।

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लक्षण कोरोना के लेकिन रिपोर्ट नेगेटिव— आलम ये है कि पिछले एक सप्ताह में बीमार बच्चों की संख्या तीन गुना तक बढ़ गई है। डॉक्टरों की मानें तो वायरल के लक्षण कोरोना जैसे ही हैं। तेज बुखार, सिरदर्द, सांस फूलने पर लोग कोविड टेस्ट कराते हैं लेकिन रिपोर्ट नेगेटिव आ रही है। जांच में वायरल, बैक्टीरियल या फंगल निमोनिया निकल रहा है।

हमीदिया अस्पताल के श्वांस रोग विशेषज्ञ डॉ. पराग शर्मा बताते हैं कि लगातार ऐसे केस आ रहे हैं, जिनमें लक्षण के बावजूद कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आ रही है और मरीज गंभीर हो रहे हैं। यह वायरल है और निमोनिया में बदल सकता है, इसलिए बुखार को कोरोना निगेटिव आने के बाद भी हल्के से न लें।

हमीदिया में वायरल से पीडि़त 114 तो जेपी में 48 बच्चे हैं भर्ती
विभिन्न अस्पतालों में वायरल से पीडि़त 250 से ज्यादा बच्चे भर्ती हैं। हमीदिया में 114 बच्चे तो जेपी अस्पताल में 48 बच्चे भर्ती हैं। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. राकेश मिश्रा ने बताया कि हाईग्रेड फीवर के साथ ओपीडी में बच्चों के साथ बड़े भी आ रहे हैं। बच्चों को तेज बुखार, उल्टी-दस्त व सांस लेने में तकलीफ की शिकायत हो रही है।