इन खाताधारकों को लेकर गड़बडि़यों की आशंका है। इसमें कुछ में तकनीकी गड़बड़ी थी, जिन्हें सुधारा गया। वहीं कई खाते एेसे हैं, जिनके खाताधारक की मौत हो चुकी है, जबकि कुछ के दस्तावेज में गड़बड़ मिली। पूर्व में इन्हें सत्यापन में भी क्लीनचिट दे दी गई थी। अब दोबारा सत्यापन कराना होगा।