
movies padmavat
भोपाल. फिल्म पद्मावत के प्रसारण को लेकर मध्यप्रदेश में अभी भी असमंजस बना हुआ है। डिस्ट्रीब्यूटर के सामने नहीं आने से सिनेमा संचालक भी फिलहाल कुछ कहने की स्थिति में नहीं है। देश के कुछ शहरों में पद्मावत 25 जनवरी से दिखाई जा रही है।
मध्यप्रदेश के साथ ही राजस्थान, गोवा और गुजरात में फिल्म का प्रसारण नहीं हो रहा है। फिल्म का प्रसारण नहीं होने से अकेले मध्यप्रदेश में ही एक करोड़ रुपए रोज का नुकसान सिनेमा संचालकों को हो रहा है। इससे सरकार के राजस्व की भी हानि हो रही है।
दरअसल, पद्मावत फिल्म को लेकर राजपूत समाज सहित अन्य सामाजिक संगठनों द्वारा विरोध किया जा रहा है। संगठनों का कहना है कि इस फिल्म में रानी पद्मावती के जीवनकाल को गलत ढंग से पेश किया गया है, यह समाज का अपमान है। इसे राजपूत समाज अपनी आन-बान-शान के खिलाफ मानते हुए फिल्म के प्रसारण पर रोक लगाने की मांग कर रहे हैं।
विरोध की इस कड़ी में मप्र, गोवा, राजस्थान और गुजरात के सिनेमाघरों में फिल्म पद्मावत नहीं दिखाई जा रही है। समाज के विरोध के चलते सिनेमा संचालकों ने भी अपने हाथ फिलहाल पीछे खींच लिए हैं। हालांकि उन्होंने तीन दिन पहले मुख्यमंत्री, प्रमुख सचिव से भेंटकर अपनी बात रखी थी, लेकिन अभी भी फिल्म के प्रसारण को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है।
फिल्म के लिए डिस्ट्रीब्यूटर नहीं मिला है, इसलिए अभी हम कुछ कहने की स्थिति में नहीं हैं। देश के दूसरे राज्यों के कई शहरों में पद्मावत चल रही है। शुरू नहीं होने से सरकार को भी राजस्व के रूप में नुकसान हो रहा है।
- अजीजउद्दीन, सचिव, भोपाल सिने एसोसिएशन
पद्मावतके कारण सरकार को मनोरंजन कर के रूप में नुकसान तो हो रहा है, लेकिन दूसरा पहलू यह भी है कि सिनेमाघर बंद नहीं है, उनमें दूसरी फिल्में चल रही हैं, इसलिए कर का टोटल नुकसान नहीं कहा जा सकता।
- राजेश जैन, उपाध्यक्ष, भोपाल टैक्स लॉ बॉर एसोसिएशन
प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन ने जनभावनाओं का ध्यान रखकर प्रदेश में पद्मावत रिलीज नहीं होने दी। इसके लिए हम उनके आभारी हैं। इसमें सिनेमा मालिकों का भी सहयोग रहा।
- सतीश राजपूत, अध्यक्ष, प्रगतिशील राजपूत समाज
Published on:
28 Jan 2018 12:14 pm
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