
हर दूसरा व्यक्ति रोजमर्रा के जीवन में कमर दर्द से परेशान
भोपाल. मौजूदा वक्त में हर दूसरा व्यक्ति रोजमर्रा के जीवन में कमर दर्द से परेशान है। खराब जीवन शैली, उठने-बैठने का गलत तरीका और एंड्राइड फोन का इस्तेमाल पीठ दर्द को बढ़ा रहा है। एम्स, जीएमसी और जेपी अस्पताल में मरीजों के आंकड़े चौकाने वाले हैं। खास बात यह है कि महिलाओं में होने वाला कमर दर्द पुरुषों से अलग होता है।
चौंकाने वाले आंकड़े
लांसेट की रिपोर्ट के अनुसार 2050 तक करीब 84 करोड़ लोग पीठ दर्द से परेशान होंगे। ऐसे में लोअर बैक पैन आने वाले दिनों में हेल्थकेयर सिस्टम पर एक बड़ा बोझ होगा। समय पर इलाज न मिला तो विकलांगता तक आ सकती है।
इनका कहना है
स्पाइन की प्रॉब्लम्स सिडेंट्री (सुस्त) लाइफ स्टाइल के कारण बढ़ रही है। अलग-अलग प्रकार के बेड पर सोने से उस पर असर पड़ता है। इसके लिए एक्टिव लाइफ स्टाइल बेहद जरूरी। जिससे मसल की स्ट्रेंथ बढ़ सके। साथ ही बोन को जरूरी सपोर्ट मिल सके।
- डॉ. सुनीत टंडन, एचओडी, ऑर्थोपेडिक्स डिपार्टमेंट, जीएमसी
ये हैं कमर दर्द के प्रमुख कारण
बेली फैट- बेली फैट वाले या जिनका पेट निकला होता है, उनका शरीर अंसतुलित हो जाता है. इससे लिग्मेंट्स खिंचते हैं।
गलत तरीके से बैठना- ऑफिस या घर में गलत तरीके से बैठना। बढ़ती उम्र में शरीर का लचीलापन कम हो जाता है।
एक्सरसाइज न करना- भागदौड़ भरी जिंदगी में खुद को समय नहीं दे पाना। इससे हड्डियों और मांसपेशियों सहित कई चीजें कमजोर हो जाती हैं।
कमजोर हड्डियां- बढ़ती उम्र के साथ हड्डियां और मांसपेशियों कमजोर होने लगती हैं।
हर्नियेटेड डिस्क- हर्नियेटेड रीढ़ के निचले हिस्से को कहते हैं। इसके बाहर निकल जाना भी दर्द का होता है।
अर्थराइटिस- गठिया रोग अर्थराइटिस के कारण increasing back pain कमर दर्द हो सकता है। नींद से जुड़ी समस्या से भी कमर में होता है।
स्मोकिंग- कैल्शियम और विटामिन सी कमी और स्मोकिंग से कमर का दर्द बढ़ता है।
Published on:
24 Sept 2023 07:56 pm
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