हम बात कर रहे भोपाल रेलमंडल के रेल सुरक्षा बल की डॉग स्क्वॉड टीम में शामिल डॉग एलेक्स की। यह डॉग वर्तमान में इटारसी में पदस्थ है। जानकारी के अनुसार कुछ समय से उसे जल्दी-जल्दी जुकाम और खांसी चपेट में ले रही है। ऐसे में आरपीएफ ने उसे रिटायर करने का निर्णय लिया है। जल्द ही इसे किसी एनजीओ को सौंप दिया जाएगा
दो कांस्टेबल करते हैं देखभाल, मिलता है एसी-1 का पास आरपीएफ में डॉग स्क्वॉड के महत्व को इसी से समझा जा सकता है कि ट्रेन से कहीं आने-जाने पर उसे एसी-1 का पास दिया जाता है। यही नहीं देखभाल के लिए एक हैंडलर और सहायक हैंडलर यानी दो कांस्टेबल की विशेष रूप से ड्यूटी लगाई जाती है। एलेक्स की देखभाल के लिए भी दो लोग लगाए गए हैं।
तील साल से लगातार गोल्ड मेडलिस्ट– रेलवे अधिकारियों के अनुसार एलेक्स टीम का बेहतरीन सदस्य है। इसकी क्षमताओं का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ऑल इंडिया लेवल पर होने वाली प्रतियोगिताओं में तीन साल से लगातार वह गोल्ड मेडल जीत रहा है।
आमजन भी ले सकते हैं एडॉप्ट अधिकारियों के अनुसार रिटायरमेंट के बाद एलेक्स को किसी गैर सरकारी संगठन को सौंप दिया जाएगा। यहां से कोई भी व्यकित इसे एडॉप्ट कर सकता है। आरपीएफ डॉग स्क्वॉयड का यह जर्मन शेफर्ड डॉग बहुत ही समझदार और बेहतरीन है।
डॉग स्क्वॉड टीम में शामिल जर्मन शेफर्ड डॉग एलेक्स को बीमारी के कारण रिटायर किया जा रहा है। यह एक बेहतरीन डॉग है। जल्द ही इसे किसी एनजीओ को सौंप दिया जाएगा। विवेक सागर, कमांडेंट आरपीएफ भोपाल