
धनतेरस पर भूलकर भी न खरीदें ये चीजें, वरना हो सकती है दिक्कत...
भोपाल। सनातन धर्म में दीपावाली एक विशेष पर्व है। यह पर्व 5 दिनों तक चलता है। इस त्योहार में तीसरे दिन यानि दिवाली को घरों में मां लक्ष्मी का आगमन मानते हुए विशेष पूजा भी की जाती हैं। इन पांच दिनों में पहला दिन धनतेरस, दूसरा दिन नरकचोदस,दिवाली,गोवरधन व पांचवां और आखिरी दिन भाई दूज मनाया जाता है।
पंडित सुनील शर्मा के अनुसार इनमें दीपावली पर्व की शुरूआत वाले दिन यानि धनतेरस को कुछ खास धातु के सामान व गहने खरीदने के लिए विशेष माना जाता है। लेकिन कई बार लोग ऐसी चीजें इस दिन खरीद लेते हैं, जो शुभ फल के विपरीत प्रभाव देती हैं।
धनतेरस का त्योहार इस बार यानि 2018 में 5 नवंबर को मनाया जाएगा। इस दिन गृहोपयोगी सामान खरीदने की प्राचीन परम्परा है।
पंडित शर्मा के अनुसार धनतेरस के दिन माता लक्ष्मी का पूजा कर बर्तन आदि की खरीददारी कर घर लाना अति शुभफलदायक माना जाता है, लेकिन धनतेरस पर कुछ चीजों को खरीदने से बचना चाहिए।
ये वस्तु नहीं खरीदनी चाहिए don't buy these things...
1. धनतेरस के दिन शीशे का सामान नहीं खरीदना चाहिए, क्योंकि इसका संबंध राहु से माना जाता है और राहु राक्षस के साथ ही नीच ग्रह होता हैं। इसलिए कांच का सामान खरीदना शुभ नहीं माना जाता।
2. इसके अलावा धनतेरस पर एल्युमिनियम का बर्तन भी खरीदना भी वर्जित है। इसका संबंध भी राहु से होता है इसलिए इसको शुभ नहीं माना जाता है। यही कारण कि एल्युमिनियम का प्रयोग पूजा-पाठ में नहीं किया जाता है।
3. धनतेरस के दिन किचन में काम आने वाली वस्तुएं जैसे नुकीला वस्तु, चाकू और लोहे के बर्तन नहीं खरीदना चाहिए। इसे शुभ नहीं माना जाता।
धनतेरस-2018, खरीदारी का शुभ मुहूर्तdhanteras Date Time, Dhanteras Puja Vidhi ...
मान्यता के अनुसार धनतेरस का त्योहार भगवान धन्वन्तरि के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को पड़ता है।
इस दिन को भगवान कुबेर और धन की देवी मां लक्ष्मी की अराधना से जोड़ा जाता है। इनकी पूजा कर धनवान बनाने के लिए प्रार्थना की जाती है। इस साल धनतेरस 5 नवंबर 2018 को है। इस दिन नए बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है।
धनतेरस-2018पर खरीदारी का शुभ मुहूर्त Dhantera shub Muhurat...
सुबह 10:30 बजे से 1:30 तक
शाम 7:30 बजे से 9 बजे तक।
ऐसे करें पूजा...
- पूजा के लिए सबसे पहले मिट्टी का हाथी और धन्वंतरि भगवान की फोटो स्थापित करें।
- चांदी या तांबे के छोटे चम्मच से जल अर्पित करें।
- भगवान गणेश का ध्यान और पूजन करें।
- हाथ में अक्षत-फूल लेकर भगवान धन्वंतरि का ध्यान करें।
धनतेरस-2018:पीतल के बर्तन और चांदी के आभूषणDhanteras Utensilsखरीदने का कारण...
पंडित सुनील शर्मा के अनुसार पुराणों के अनुसार समुद्र मंथन के समय भगवान धनवंतरी कार्तिक मास में कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को धनतेरस के दिन अमृत पात्र के साथ प्रकट हुए थे। भगवान धनवंतरी को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है और उन्हें देवताओं के वैद्य के रूप में भी जाना जाता है।
धनतेरस पर भगवान धनवंतरी की पूजा कर अच्छे स्वास्थ्य की प्रार्थना की जाती है। मान्यता है कि भगवान धनवंतरी समुद्र मंथन से प्राप्त चौदह रत्नों में से एक हैं। भगवान धनवंतरी ने ही आयुर्वेद की शुरुआत कर शल्य चिकित्सा की खोज की।
भगवान धनवंतरी की प्रिय धातु पीतल मानी जाती है, इसीलिए धनतेरस पर पीतल के बर्तन खरीदने की परंपरा है।
इसके अलावा धनतेरस पर चांदी के आभूषण खरीदना भी शुभ माना जाता है, चांदी को चंद्रमा का प्रतीक मानते हैं और चांदी कुबेर की धातु है।
माना जाता है कि धनतेरस के दिन चांदी के आभूषण खरीदने से यश, कीर्ति में वृद्धि होती है। यह भी मान्यता है कि धनतेरस के दिन चल या अचल संपत्ति खरीदने से उसमें 13 गुना वृद्धि होती है।
Published on:
29 Oct 2018 03:32 pm
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