
भोपाल। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार से शुरू हो रहे इंटरनेशनल धर्म-धम्म सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस बड़े आयोजन में 15 देशों से 350 विद्वान शामिल हुए हैं। इंडोनेशिया, भूटान, श्रीलंका, यूएस सहित अन्य स्थानों से कई विद्वान मौजूद हैं। यह सम्मेलन नए युग में मानवता की थीम पर केंद्रित है। इसमें कई विद्वान अपने शोध पत्र प्रस्तुत करेंगे।
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1.00 PM
धर्म का जहाज कभी नहीं डूबता
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा है कि धर्म का जहाज हिलता-ढुलवता है, लेकिन कभी डूबता नहीं है। यह सम्मेलन मानवता की दिशा में बड़ी जरूरत को पूरा करने का सार्थक प्रयास है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सभागार में इंटरनेशनल धर्म-धम्म सम्मेलन को संबोधित कर रही थी। 3 मार्च से 5 मार्च तक चलने वाले इस सम्मेलन में 16 देशों के 350 से अधिक विद्वान और 5 देशों के संस्कृति मंत्री भी आए हुए हैं। इस सम्मेलन का आयोजन नए युग में मानववाद के सिद्धांत पर केंद्रित किया जा रहा है।
मुर्मू ने कहा कि कभी कहा जाता है कि धर्म का जहाज हिलता-ढुलता है, लेकिन डूबता नहीं। धर्म-धम्म की अवधारणा भारत चेतना का मूल स्तर रही है। हमारी परम्परा में कहा जाता है कि धारयति-इति धर्मः। मतलब जो सब को धारण करे वही धर्म है। धर्म की आधारशिला मानवता पर टिकी है।
राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा कि महर्षि पतंजलि, गुरु नानक, भगवान बुद्ध ने दुःख से निकलने के मार्ग सुझाए हैं। मानवता के दुःख के कारण का बोध करना और इस दुख को दूर करने का मार्ग दिखाना पूर्व के मानववाद की विशेषता है। यह आज के युग में और अधिक अहम हो गई है।
द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि आज से दो हजार साल पहले हमारे देश में धर्म महात्मा को बोध को सबसे अहम माना जाता था। स्वाधीनता के बाद हमने जो लोकतांत्रिक व्यवस्था अपनाई, उस पर धर्म-धम्म का गहरा प्रभाव है। हमारे राष्ट्रीय प्रतीक चिह्न को सारनाध के अशोक स्तंभ से लिया गया है।
01.30 pm
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का संबोधन शुरू।
12.00 PM
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भोपाल पहुंचे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनकी अगवानी की। उनका पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया।
10.30 AM
थोड़ी देर में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भोपाल पहुंचेंगी। वे दिल्ली से रवाना हो चुकी हैं।
10.15 AM
भोपाल शहर के कई रास्तों को डाइवर्ट किया गया है। कई रास्तों पर जाने पर प्रतिबंद लगा दिया गया है।
10.00 AM
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया। कहा- राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के भोपाल आगमन पर अपनी व प्रदेश के समस्त नागरिकों की ओर से आत्मीय स्वागत करता हूं। 7वें धर्म धम्म सम्मेलन में आपकी उपस्थिति हमारे लिए गर्व का विषय है। आपके आगमन और इसमें सहभागिता के लिए आभार प्रकट करता हूं।
सम्मेलन का आयोजन सांची बौद्ध-भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय और इंडिया फाउंडेशन की ओर से किया जा रहा है। जिसका शुभारंभ राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु कर रही हैं। सम्मेलन में राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, संस्कृति मंत्री ऊषा ठाकुर, सांची बौद्ध-भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. नीरजा गुप्ता शामिल होंगी। इस आयोजन की तैयारियां पूरी हो गई है और इसमें भाग लेने के लिए विद्वानों के आने का सिलसिला भी प्रारंभ हो गया है। इसमें भूटान, मंगोलिया, श्रीलंका, इंडोनेशिया, थाइलैंड, वियतनाम, नेपाल, दक्षिण कोरिया, मॉरिशस, रूस, स्पेन, फ्रांस, अमेरिका और ब्रिटेन की सहभागिता रहेगी।
डॉक्टरों और एंबुलेंस की 5 टीमें राष्ट्रपति के आगमन से प्रस्थान तक तैनात
सम्मेलन के दौरान अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। इसमें प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर को लेकर भी आकर्षक प्रस्तुतियां दी जाएगी। इसी प्रकार प्रदेश के जनजातीय नृत्य, देश, विदेश में प्रसिद्ध धूलिया जनजाति के गुदुम बाजा का प्रदर्शन भी इस दौरान किया जाएगा। इसी प्रकार मां नर्मदा से संबंधित लोकगीतों की प्रस्तुति सहित अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
राष्ट्रपति के भोपाल दौरे को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी की है। राष्ट्रपति के दौरे के लिए उनके ब्लड ग्रुप ओ पॉजिटिव की चार यूनिट ब्लड से लेकर एंबुलेंस तक को तैयार रहने के आदेश दिए गए हैं, साथ ही स्वास्थ्य विभाग व चिकित्सा शिक्षा विभाग ने चिकित्सा दल को भी तैनात किया है। राष्ट्रपति से मिलने वाले लोगों की कोरोना जांच जरूरी है। बिना जांच के किसी भी व्यक्ति को मिलने की इजाजत नहीं होगी।
Updated on:
03 Mar 2023 04:14 pm
Published on:
03 Mar 2023 10:55 am
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