भाजपा की प्रचंड जीत पर भाजपा में जहां उत्साह का माहौल है, वहीं उसके नेता अब विरोधियों पर तंज कसने में कोई कमी नहीं छोड़ रहे हैं। इसी सिलिसले में मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मोदी सरकार के खिलाफ तैयार कर रहे महागठबंधन के दिग्गज नेताओं पर एक के बाद एक तंज कसा है।
चंद्रबाबू नायडू पर चुटकी
चौहान ने तेलुगु देशम पार्टी के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू पर चुटकी लेते हुए कहा है कि चौबेजी छब्बेजी बनने निकले थे, लेकिन दुबेजी बनकर लौटे। चौहान ने यह भी लिखा है कि आपने मोदीजी को हटाने के लिए दिन-रात उठापटक की, लेकिन देश की जनता के दिलों में मोदीजी बसते हैं और वहां से उन्हें कोई नहीं हटा सकता।
चौहान ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चेतावनी दी है। उन्होंने लिखा है कि ममता दीदी, लोकतंत्र में गुंडातंत्र का उपयोग और हिंसा छोड़ें, जिस तरह हार को निकट देखकर आपने बौखलाते हुए हिंसा की राजनीति की, उसे पश्चिम बंगाल की जागरूक जनता ने नकार दिया। दीदी संभल जाओ वरना।
महागठबंधन को सलाह
चौहान ने अपने तीसरे ट्वीट में महागठबंधन को सलाह दी है। चौहान ने लिखा है कि जनता ने समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के जातिवाद और वंशवाद के एजेंडे को बुरी तरह नकारा है। मेरी तो यही सलाह है कि लोगों को बांटने की राजनीति अब छोड़ दीजिए। इसकी जगह जनकल्याण और विकास की राजनीति करें। फायदे में रहेंगे।
कांग्रेस के नेताओं को सलाह
चौहान ने अपने चौथे ट्वीट में कांग्रेस के वंशवाद की राजनीति पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस के बुद्धिजीवी नेता वंशवाद की राजनीति से बाहर निकलें, वर्ना इतना बड़ा इतिहास रखने वाली पार्टी का अस्तित्व ही समाप्त हो जायेगा। चौहान ने आगे कहा कि कांग्रेस वंशवाद की राजनीति के कारण अब लगातार दूसरी बार नेता प्रतिपक्ष बनाने की हैसियत में नहीं है।
जनादेश से ले सबक
शिवराज सिंह चौहान ने पांचवें ट्वीट में जनादेश 2019 से सबक लेने की बात कही है। चौहान ने कहा कि देश में जातिवाद, वंशवाद, पंथवाद, गुण्डावाद की पराजय हुई और मोदी जी के ‘सबका साथ- सबका विकास’ की विजय हुई! चौहान ने कहा कि मेरा देश बदल रहा है, आगे बढ रहा है।