
Samosa
भोपाल. विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी वाइज खर्चों के रेट तय हो चुके हैं। इस रेट को लेकर राजनीतिक दलों की आपत्ति है। उनका कहना है कि इन रेटों ने उनकी मुश्किलें और बढ़ा दी है। आयोग की तरफ से जो रेट जारी किए गए हैं वो बाजार की दरों से ज्यादा हैं। हाफ चाय, फुल चाय, समोसा, कुर्सीे, टोपी, बिल्ला, स्टीकर सभी की दरें निर्धारित कर दी है। इन दरों को लेकर पार्टी प्रतिनिधियों ने जिला निर्वाचन अधिकारी के सामने मुद्दा रखा है। इस पर निर्वाचन अधिकारी ने उन्हें कोटेशन लेने को कहा है। इसके बाद बैठक कर इसका हल निकाला जाएगा। इस बार आयोग की तरफ से नाश्ते की जो दर तय की गई हैं उसमें चाय नश्ते के अलग-अलग दुकानों के अलग- रेट तय किए गए हैं। छप्पन भोग मालवीय नगर से चाय नाश्ता 50 रुपए, ब्रजवासी स्वीट्स 10 नंबर से 55 रुपए, बालाजी प्रोडक्ट जवाहर चौक 46.02 और बापू की कुटिया के रेट 21 रुपए हैं। इसमें प्रति व्यक्ति जीएसटी सहित सिर्फ चाय और बिस्किट का खर्चा 20 से 25 रुपए हैं। समोसा और आलू गोंडा के रेट भी तय कर 7 से 10 रुपए तक दिए हैं। जबकि बाजार में इससे कम दरों पर पार्टी को ये सामग्री उपलब्ध हो रही है।
1200 से 2200 किया जीप का किराया
विधानसभा निर्वाचन 2018 के लिए आयोग ने सभी वस्तुओं के रेट निर्धारित कर दिए हैं। लाऊड स्पीकर, मंच, पंडाल (वाटरप्रूफ, सादा, कनात, कारपेट, दरी, तखत सभी का अलग-अलग), बैनर, झंडा, पांपलेट, पोस्टर, होर्डिंग्स, फर्नीचर, कट आउट, स्वागत द्वार, बिल्ला, स्टीकर, होटल कमरा, वाहन, ऑटो रिक्शा आदि के रेट तय कर दिए हैं। इस बार जीप या टैम्पो का किराया 2200 रुपए ड्राइवर सहित एक दिन का तय किया है, 2013 में ये 1200 रुपए था। इसी प्रकार तीन पहिया वाहन का एक दिन का किराया 1000 रुपए कर दिया है। पिछले चुनावों में 500 रुपए था। मिनी बस तीन हजार रुपए से 4500, बड़ी बस 15 हजार से 18 हजार रुपए। पिछले चुनावों में दरी का एक दिन का किराया 15 रुपए था, इस बार इसे 20 रुपए प्रतिनग कर दिया है। गद्दा पहले 10 रुपए प्रति नग था इसे 10 रुपए ही रखा है। कुर्सी के रेट 5 रुपए से बढ़ाकर 10 रुपए प्रति नग कर दिया गया है, जो बाजार से काफी ज्यादा है।
पहली बार शािमल की गई मिठाई
ऑटो से अनाउंसमेंट 1 माइक, 2 हॉर्न, एक एम्पलीफायर, इमरजैंसी बैटरी सहित एक दिन की राशि 550 रुपए तय की है। मिठाइयों को इस बार पहली बार जोड़ा गया है। इसमें 300 रुपए से लेकर 900 रुपए प्रति किलो तक मिठाई की दरें शामिल की गई हैं।
इस बार रेट ज्यादा डिसाइड कर दिए हैं। ये रेट वीआइपी नेताओं के कार्यक्रम जैसे हैं। जिसमें बड़े पंडाल लगते हैं। हमारे हमारे कार्यक्रम उतने बड़े नहीं रहते, हमनें इसमें संशोधन करने को कहा है।
कैलाश मिश्रा, जिलाध्यक्ष कांग्रेस
हमनें रेट के कोटेशन लेकर आने को कहा है,इसके बाद एक और बैठक करेंगे। जिसमें रेट पर विचार कर लिया जाएगा।
सुदाम खाडे, जिला निर्वाचन अधिकारी व कलेक्टर
Published on:
21 Oct 2018 03:03 am
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