
भोपाल. बिजली कंपनी एक बार फिर से मीटर रीडिंग बिलिंग का सिस्टम बदल रही है। अब फिर से आउटसोर्स कर्मचारियों के हाथों में कंपनी मीटर रीडिंग करने वाली पीओएस मशीनें थमाएगी और कर्मचारियों को प्रतिमाह के अनुसार वेतन दिया जाएगा। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बताया कि मीटर रीडिंग और बिलिंग की बेहतर व्यवस्था के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। इसे लेकर जल्द ही कंपनियों के प्रबंधन से चर्चा करेंगे, समीक्षा करेंगे। जो बेहतर होगा वह किया जाएगा।
फिलहाल प्रति बिल के अनुसार कंपनी को ठेका दिया है। ये प्रति बिल 12 से 15 रुपए तक हैं। भोपाल और ग्रामीण वृत्त में बिलिंग की अलग-अलग एजेंसियां हैं और इनके बिलिंग की दर भी अलग है। अभी कंपनी के कॉल सेंटर में कर्मचारियों को प्रतिमाह वेतन के आधार पर आपूर्ति की जाती है और अब बिलिंग में भी यही प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
...तो भोपाल की बिलिंग में ही बचते 60 लाख रुपए प्रतिमाह
बिजली कंपनी ने अपने वॉट्सएप मोबाइल चेट के साथ ही उपाय एप से उपभोक्ताओं को उनके मीटर की सेल्फ रीडिंग की व्यवस्था कर रखी है। यहां उपभोक्ता अपने मीटर की रीडिंग खुद लेकर उसका फोटो खींचकर एप व वॉट्सएप पर भेजकर बिल बनवा सकता है। यदि कंपनी सभी पांच लाख उपभोक्तओं से ये कराने में सफल हो जाती तो प्रतिमाह बिलिंग रीडिंग पर खर्च करने वाले 60 लाख रुपए बचाए जा सकते हैं। बावजूद इसके बिलिंग रीडिंग की व्यवस्था आउटसोर्स की जा रही है।
नई पीओएस मशीनें करीब आठ करोड़ की
आ उटसोर्स कर्मचारियों से मीटर रीडिंग बिलिंग कराने के लिए बड़ी संख्या में पीओएस मशीनों की खरीदी की जा रही हैं। बताया जा रहा है कि ये करीब आठ करोड़ रुपए की होगी। इन्हें कर्मचारी आपूर्ति करने वाली कंपनियों के माध्यम से रीडर को दिया जाएगा। हैरानी ये कि यदि ये मशीनें खराब हुई या टूटी तो बिजली कंपनी खुद ही इनका सुधार करेगी।
Published on:
24 May 2021 09:12 am
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