1000 crore corruption case: जल जीवन मिशन में मंत्री संपतिया उइके पर जांच बैठाने वाले ईएनसी संजय अंधवान खुद 20 साल पुराने 5 करोड़ की बैंक गारंटी घोटाले में फंसे हैं। पुलिस जल्द इस पर कार्रवाई कर सकती है। (mp news)
1000 crore corruption case: जल जीवन मिशन में मंत्री संपतिया उइके पर 1000 करोड़ के कमीशन की शिकायत पर जांच बैठाने वाले प्रमुख अभियंता संजय अंधवान (enc sanjay andhwan) खुद गंभीर भ्रष्टाचार के मामलों में घिरे हैं। इसका खुलासा 2005-06 के एक मामले में उन पर हुई विभागीय कार्रवाई से हुआ। दरअसल, नगर निगम भोपाल में कार्यपालन यंत्री रहे अंधवान पर गड़बड़ी के आरोप लगे। इसकी जांच 20 सालों से चली आ रही है लेकिन अभी भी बेनतीजा है। बता दें, प्रमुख अभियंता अंधवान बीते दिनों पीएचई मंत्री (phe minister sampatiya uike) पर विभागीय जांच बैठाने के बाद सुर्खियों में आए थे।
भोपाल में कोलार जलसंवर्धन परियोजना में पाइप लाइन का काम कर रहे एक ठेकेदार की लगभग 5 करोड़ की बैंक गारंटी तत्कालीन कार्यपालन यंत्री अंधवान के कस्टडी में थी। 5 करोड़ में 2.5 करोड़ की सत्यापित प्रति और 2.5 करोड़ की मूल बैंक गारंटी थी। अंधवान को रिकार्ड में खुर्दबुर्द करने पर विभाग ने 24 अगस्त 2006 से 6 नवंबर 2006 तक कुल 75 दिन सस्पेंड रखा। उनके खिलाफ विभागीय जांच हुई। बाद में दो इन्क्रीमेंट रोकी गई। इस मामले में लोकायुक्त ने भी अंधवान सहित अन्य के विरुद्ध अपराध दर्ज किया था।
इस मामले में पत्रिका ने ईएनसी से कई बार संपर्क के प्रयास किए। पहले तो उन्होंने फोन नहीं उठाए। फिर मैसेज के जरिए बात करते हुए खुद पर चल रही लोकायुक्त जांच पर किसी भी प्रकार का जवाब देने से बचते नजर आए।
मंत्री के खिलाफ जांच बैठाने वाले ईएनसी संजय के खिलाफ सरकार कभी भी कार्रवाई कर सकती है। मंत्री संपतिया उड़के ने कहा, यदि किसी ने गड़बड़ी की है तो जरूर उसकी जांच होगी।
इसमें लोकायुक्त ने खात्मा रिपोर्ट न्यायालय में प्रस्तुत की। कोर्ट ने इसमें गड़बड़ी पाने के बाद लोकायुक्त के अफसरों के दोबारा कथन लिए। मामले में 15 जुलाई को अगली सुनवाई होगी।