
महिलाओं ने खुद को किया कमरे में बंद, निगम का अमला लौटा
भोपाल. पुराने शहर में जर्जर विनोबा भावे नामक बिल्डिंग के पास खाली जगह पर अवैध निर्माण हटाने पहुंचे नगर निगम के अतिक्रमण विरोधी अमले को भारी विरोध का सामना करना पड़ा। अवैध तौर पर बने कमरे को हटाने की कार्रवाई शुरू हुई तो तीन महिलाओं ने खुद को कमरे में बंद कर लिया और कमरा तोडऩे की बात कही। निगम के अमले ने यहां रहवासियों से चर्चा की और कार्रवाई करने के लिए मनाया।
दिया जाएगा समय
स्थिति ये बनी कि महिलाएं नगर निगम की जेसीबी के सामने खड़ी होकर विरोध करने लगीं। ऐसी स्थिति में में निगम व प्रशासन के अफसरों ने उच्चाधिकारियों से चर्चा की और कार्रवाई रुकवाई। निगम के अतिक्रमण दल के प्रभारी कमर साकिब का कहना है कि शनिवार को मामले पर अपर आयुक्त के साथ निवासियों की बैठक कराएंगे। उसके बाद उन्हें खुद वहां से अपने निर्माण हटाने के लिए समय दिया जाएगा।
जर्जर घोषित है
गौरतलब है कि करीब तीन साल पहले इस मल्टी का बड़ा हिस्सा गिरने से निगम ने इसे जर्जर घोषित किया था। ये मल्टी निगम की ही है और इसमें सफाई से जुड़े कर्मियों को जगह दी गई थी। जर्जर घोषित करने के बाद यहां के निवासियों को वाजपेयी नगर में शिफ्ट कर दिया गया। यहां नए सिरे से निर्माण की कवायद शुरू हुई। यहां फिर नई मल्टी बनाकर लोगों को उनके घर देने की कोशिश की जा रही थी। इसी बीच यहां खाली जगह पर लोगों ने अवैध तौर पर कमरे बनाने शुरू कर दिए। इसी कमरे को हटाने निगम का अमला पहुंचा था, लेकिन हंगामा और विवाद के बाद अमले को लौटना पड़ा।
Published on:
10 Oct 2020 01:33 am
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