31 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

वार्डों की सीमा सील करने के बाद भी नहीं माने लोग, बैरीकेट्स फलांग कर जा रहे बाहर, सटे वार्डों की मुसीबत

वार्डों की सीमा सील करने के बाद भी नहीं माने लोग, बैरीकेट्स फलांग कर जा रहे बाहर, सटे वार्डों की मुसीबत - पांच वार्डों से सटे 8 वार्डों के लोगों की बढ़ी मुश्किलें, अभी नहीं संभले तो होगी मुश्किल, यहीं पर ज्यादा एक एक विशेष वर्ग का मूवमेंट

2 min read
Google source verification
वार्डों की सीमा सील करने के बाद भी नहीं माने लोग, बैरीकेट्स फलांग कर जा रहे बाहर, सटे वार्डों की मुसीबत

वार्डों की सीमा सील करने के बाद भी नहीं माने लोग, बैरीकेट्स फलांग कर जा रहे बाहर, सटे वार्डों की मुसीबत

भोपाल. शहरी क्षेत्र के पांच वार्ड 8, 20, 32, 34 और 42 की सीमाओं को कई जगह से सील कर दिया है। ताकि मूवमेंट से कोरोना ज्यादा न फैले, लोगों का बेहतर इलाज हो सके। लेकिन पुल बोगदा के पास जहां पर बैरीकेट्स लगाकर सीमा सील की है, उसे भी कुछ लोगों ने मजाक बनाकर रख दिया। बैरीकेट्स फांदकर आवाजाही जारी रखी है। किसी को संक्रमण हुआ तो वो बाहर भी फैल सकता है। ऐसी ही चंद लोगों की लापरवाही का खामियाजा इन वार्डों से सटे 8 वार्डों के लोगों को झेलना पड़ सकता है। क्योंकि रेड वार्ड से घिरे तीन वार्ड ग्रीन जोन में हैं, यहां के लोगों में एक भी कोरोना का केस नहीं है। पुल बोगदा से भारत टॉकीज, इधर प्रभात से भारत टाकीज जाने वाले एरिया को पूरी तरह सील कर दिया है। यहां गाडिय़ां एनाउंसमेंट कर रहीं थी, कि ये रास्ता सील है। इन पांच वाडों के कारण ग्रीन, यलो और ऑरेंज जोन के लोगों को 8 से 10 किलोमीटर का चक्कर काट कर जाना पड़ रहा है।

जहांगीराबाद, मंगलवारा, टीलाजमालपुरा, बुधवारा, ऐशबाग, ईदगाह, ईदगाह हिल्स, कोहेफिजा आदि वे क्षेत्र हैं जहां एक विदेश से आए एक विशेष समुदाय के लोग रहे हैं। लंबे समय तक उनका मूवमेंट घरों में रहा है। पुल बोगदा के पास पांच घरों में भी उनका मूवमेंट था, ये चेन फैलते हुए सैकड़ों घरों तक फैली है। यहां के सैम्पल लेने के बाद लोगों को होम क्वारेंटाइन होना था, लेकिन वे लोग घरों में नहीं रहे। इस कारण कोरोना फैलता रहा और ये इलाके शहर के हॉट स्पॉट बन गए। अभी भी समय है संभलने का, अगर नहीं चेते तो स्थिति और भयावह हो सकती है।

ग्रीन जोन के वार्ड 18, 22, 28 की सुरक्षा बड़ी चुनौती
रेड जोन से सटे तीन वार्ड 18, 22 और 28 ऐसे वार्ड हैं जहां एक भी मरीज नहीं है। जबकि वार्ड 18 से सटे 20 नंबर वार्ड में 23 मरीज, 22 नंबर वार्ड रेड जोन वाले वार्ड 8,20 और 34 से घिरा हुआ है। इसको सेफ करना प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। इन तीनों वार्डों में 80 से ज्यादा कोरोनों पॉजिटिव पेशेंट हैं। इसी प्रकार वार्ड 28 से सटे वार्ड 32 में 23 पॉजिटिव मरीज हैं। यहां किसी को जाने की अनुमति नहीं

रेड जोन वाले पांच वार्डों में डिलेवरी बॉय, ड्राइवर, मैनेजर और काम करने वाले किसी भी व्यक्ति को जाने की अनुमति नहीं है। सिर्फ इन्हीं वार्डों के लोग किराना व अन्य जरूरत की दुकानें खोल सकेंगे। बाहर का कोई व्यक्ति वहां जाकर दुकान नहीं खोल सकता। प्रशासन इन पांच वार्डों के लोगों की यहीं स्क्रीनिंग और सैम्पलिंग कराने के बाद संक्रमण को यहीं रोकना चाहता है।

कलेक्टर की अपील

हम ज्यादा से ज्यादा लोगों के सैम्पल कराने के बाद आईडेंटिफाई करने में लगे हैं। अगर किसी को कोई संक्रमण का लक्षण दिखाई दे तो तत्काल फीवर क्लीनिक, संजीवन और टोल फ्री नंबर पर संपर्क करें। ताकि हम सैम्पल की कार्रवाई करा सकें। इससे और लोग संक्रमित होने से बचेंगे।