
भोपाल। सामुदायिक पुलिसिंग के क्षेत्र में नवाचार करते हुए पुलिस ने नगर सुरक्षा समिति के ढांचे में बदलाव की तैयारी कर ली है। नगर सुरक्षा समिति के सदस्यों की बीटवार नियुक्ति के साथ ही उन्हें प्लास्टिक आईडेंटिटी कार्ड वितरित किए जाएंगे प्रत्येक सदस्य को यूनिक नम्बर दिया जाएगा। नई व्यवस्था में जहां सदस्यों की नियुक्ति उच्च अधिकारियों के निर्देशन में होगी, वहीं एएसपी स्तर के अधिकारी प्रत्येक सप्ताह सुरक्षा समिति के सदस्यों के बीट संयोजकों के साथ बैठक करेंगे।
जिले में नगर सुरक्षा समिति के नोडल अधिकारी एएसपी राजेश भदौरिया ने बताया कि नई व्यवस्था के तहत प्रत्येक बीट का बीट संयोजक होगा और सक्रिय और वरिष्ठ सदस्य की नियुक्ति थाना संयोजक के रूप में की जाएगी। सुरक्षा समिति सदस्यों से समन्वय बनाए रखने प्रत्येक थाने में एक एएसआई स्तर के अधिकारी को ओआईसी बनाया जाएगा। नगर सुरक्षा समिति के ढांचे में बदलाव के साथ ही सदस्यों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। प्रत्येक थाना स्तर पर ८० से ९० सदस्य नियुक्त किए जाएंगे, जिसके साथ ही पूरे शहर में इनकी संख्या 3500 से अधिक हो जाएगी।
सभी को पुलिसकर्मियों की तरह पहचान-पत्र के बेहतर क्वालिटी के प्लास्टिक कार्ड दिए जाएंगे, जिसमें उनके इलाके, थाने से लेकर बीट के कोड का उल्लेख रहेगा। इस तरह हर एक सदस्य की यूनिक आईडी जनरेट हो जाएगी। इस तरह के कार्ड वरिष्ठ अधिकारी कोड के अनुसार जारी किए जाएंगे। थाना या अन्य स्तर पर पहचान-पत्र जारी नहीं किए जा सकेंगे। पहले चरण में सबसे ज्यादा सक्रिय एक हजार लोगों को कार्ड वितरण की तैयारी है।
बढेग़ी संख्या, डीआईजी लेंगे बैठक
एएसपी बीटवार नगर सैनिकों की, तो डीआईजी नगर सुरक्षा समिति के थाना संयोजकों की बैठक लेंगे। इससे थानों की ग्राउंड स्तर की जानकारी सीधे अधिकारी तक पहुंच सकेगी।
सामुदायिक पुलिसिंग को बढ़ावा देते हुए नगर सुरक्षा समिति के ढांचे में भारी बदलाव किया जा रहा है। सदस्यों की संख्या बढ़ाने के साथ ही जिम्मेदारी तय करते हुए इन्हे अधिकारी स्तर तक सीधे जोड़ा जाएगा। इससे पुलिसिंग की फील्ड में बेहतर परिणाम जल्द ही नजर आने लगेंगे।
- धर्मेन्द्र चौधरी, डीआईजी, भोपाल
Published on:
07 Mar 2018 09:20 am
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