कॉलेज खोलने के पीछे शासन की मंशा थी कि यह संस्थान प्रदेश में उच्च शिक्षा का एक एेसा केंद्र बन सके, जहां विद्यार्थियों को उत्कृष्ट स्तर की उच्च शिक्षा मिले। आईएएस, आईपीएस तैयार हों। लेकिन वर्तमान में विद्यार्थी निजी कंपनियों में नौकरी तक सीमित होकर रह गए हैं। जबकि उद्देश्य अखिल भारतीय सेवाओं, राज्य सेवाओं में विद्यार्थियों को सफल बनाने के लिए राज्यस्तरीय प्रशिक्षण संस्थान के रूप में कार्य करना है।