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18 राज्यों के अपराधियों की कुंडली खोल देगा फिंगर आईडेंटिटी सिस्टम

फिंगर प्रिंट सिस्टम काफी सहायक साबित हो रहा है, चूंकि नेशनल ऑटोमेटिक फिंगर आईडेंटिटी सिस्टम से अब देश के करीब 18 राज्य जुड़े हैं, इस कारण कोई व्यक्ति अपराध करने के बाद कितना भी बचना चाहे, वह नहीं बच पाएगा, हाल ही पुलिस ने भी ऐसे कई मामलों में अपराधियों को धर दबोचा है.

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भोपाल. अपराधियों को पकडऩे में फिंगर प्रिंट सिस्टम काफी सहायक साबित हो रहा है, चूंकि नेशनल ऑटोमेटिक फिंगर आईडेंटिटी सिस्टम से अब देश के करीब 18 राज्य जुड़े हैं, इस कारण कोई व्यक्ति अपराध करने के बाद कितना भी बचना चाहे, वह नहीं बच पाएगा, हाल ही पुलिस ने भी ऐसे कई मामलों में अपराधियों को धर दबोचा है, जो अपराध करने के बाद क्षेत्र से गायब ही हो गए थे।


18 राज्यों के अपराधियों पर अंकुश
नेशनल ऑटोमेटिक फिंगर आईडेंटिटी सिस्टम से देश के 18 राज्य जुड़े हैं, इस कारण अगर कोई अपराधी किसी भी प्रकार का अपराध करने के बाद वह इन 18 राज्यों में कहीं भी भाग जाता है, तो भी वह पकड़ा जाएगा, इस सिस्टम को जनवरी 2022 से 18 राज्यों में लागू किया गया है। जिसकी सफलता इस बात से नजर आ रही है कि केवल एमपी में ही करीब दो दर्जन से अधिक बंद केस में अपराधियों तक पहुंचने में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है।

देश में कहीं भी किया अपराध तो पकड़ा जाएगा

इस सिस्टम के तहत किसी भी प्रकार की वारदात होने के बाद मौके पर मिले फिंगर प्रिंट को अपलोड कर दिया जाता है, इसके बाद वह अपराधी कहीं भी कोई अपराध करता है, तो फिंगर प्रिंट अपलोड होते ही सिस्टम की पकड़ में आ जाता है, इसलिए अब देशभर में कोई भी अपराधी किसी भी प्रकार का अपराध कर भाग भी जाता है तो उसे पुलिस कहीं से भी ढूंढ निकालेगी।

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एमपी सहित ये राज्य जुड़े
नेशनल आईडेंटिटी सिस्टम को शुरूआती दौर में मध्यप्रदेश के साथ ही उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, पंजाब, तमिलनाडू, कर्नाटका, कोलकाता, आन्ध्रप्रदेश, दिल्ली सहित 18 राज्यों में जनवरी 2022 से लांच किया गया है। ये सभी राज्य जुडऩे के साथ ही अपराधियों को पकडऩा पहले से काफी आसान हो गया है, इस सिस्टम के तहत और भी राज्यों को जोड़ा जाएगा। ताकि देश भी कहीं भी अपराध होने पर उसकी तुरंत धरपकड़ कर ली जाए।