मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh chauhan) शनिवार को एक चैनल के कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। 17 अगस्त को संसदीय बोर्ड का पुनर्गठन हुआ था। इसके तीन दिन बाद उन्होंने पहली बार प्रतिक्रिया दी है। हम पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता हैं और एक बड़े लक्ष्य को लेकर काम कर रहे हैं। पार्टी के कार्यकर्ता के लिए वो तय करती है कि आपको क्या काम करना है। एक टीम है जो यह तय करती है। जिस प्रकार मध्यप्रदेश में हम तय करते हैं कि कौन क्या काम करेगा।
चौहान ने कहा कि मुझे कोई अहम नहीं है कि मैं ही योग्य हूं। मैं तो पार्टी का आभारी हूं। मुझे इतने सालों में कई काम दिए। पार्टी मुझे जो भी काम देगी वो करूंगा। दरी बिछाने को कहेगी तो राष्ट्र हित में जरूर करूंगा। पार्टी बोलेगी कि गांव में रहो तो वही रहूंगा।
सीएम ने कहा कि भाजपा एक विशाल परिवार है। अनेक योग्य व्यक्ति है इसमें। यह तो प्रवाह है, आगे बढ़ते हैं। कोई इस प्रवाह से बाहर हो जाता है। कल जन्माष्टमी थी, कन्हैया ने कहा था कि कर्म करो फल की चिंता मत करो। मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को में बधाई देता हूं कि इसमें पूर्व-पश्चिम और उत्तर-दक्षिण पूरा देश इसमें शामिल है। रिजनल बैलेंस बनाया, एक से एक योग्य कार्यकर्ता सम्मिलित किए गए हैं।
यह भी पढ़ेंः अखिल भारतीय सेवा के अधिकारियों को केंद्रीय तिथि से मिला महंगाई भत्ता
17 अगस्त को हुआ बोर्ड का पुनर्गठन
गौरतलब है कि 17 अगस्त को संसदीय बोर्ड का पुनर्गठन कर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और नितिन गडकरी जैसे दिग्गजों को बाहर कर दिया गया था। यह दोनों ही 9 साल तक संसदीय बोर्ड के सदस्य रहे हैं। इस पुनर्गठन में मध्यप्रदेश के ही दलित नेता सत्यनारायण जटिया को शामिल किया गया है। 7 बार सांसद रह चुके जटिया संघ के करीबी माने जाते हैं।