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पैरामेडिकल कोर्सेज के 35 हजार बच्चों का भविष्य अधर में लटका

साल 2021 के बाद से नहीं हुई फाइनल परीक्षा, दो साल से डिग्री पूरा होने का कर रहे इंतजार

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भोपाल. राजधानी समेत प्रदेश के पैरामेडिकल कोर्सेज के 35 हजार बच्चों का भविष्य अधर में लटका हुआ है। इसके पीछे का कारण मध्यप्रदेश मेडिकल यूनिवर्सिटी की लापरवाही है। ओटी टैक्नीशियन, फीजियोथेरैपी समेत अन्य कोर्सेज के लिए सत्र 2021 की फाइनल परीक्षाएं दो साल से अटकी हुई हैं। ऐसे में यह दो साल के कोर्स अब तक पुरा नहीं हो सका है। छात्रों का कहना है कि यूनिवर्सिटी की गलती के कारण वे कई प्रवेश परीक्षाओं में नहीं भाग ले सके।

यही नहीं बैचलर्स ऑफ फिजियोथेरेपी के छात्रों के दो बैच सत्र 2020-21 और 2021-22 की परीक्षा अब तक नहीं हुई है। जिसके कारण यूनिवर्सिटी का पूरा एकेडमिक कैलेंडर ही सालों पीछे चल रहा है। छात्रों ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि नर्सिंग घोटाले के शुरू होने से ही यूनिवर्सिटी में सभी कोर्सेज की परीक्षाओं पर रोक लगा दी थी। जबकि इसमें पैरामेडिकल विभाग का कोई मामला सामने नहीं आया। वहीं, मामले को लेकर डिप्टी सीएम से मिले थे। उन्होंने विवि प्रशासन को जुलाई तक सभी परीक्षाएं आयोजित कर रिजल्ट जारी करने के निर्देश भी दिए थे। मामले में मप्र मेडिकल विवि के अधिकारियों का कहना है कि परीक्षाओं को लेकर काम चल रहा है। जल्द ही परीक्षाओं को लेकर जानकारी जारी की जाएगी।

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