शहर में बिगड़ी ट्रेफिक व्यवस्था
बूंदी। बूंदी शहर में ट्रेफिक व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही। वाहन चालक जहां मर्जी वह...
बूंदी
Updated: January 16, 2015 11:59:21 am
बूंदी। बूंदी शहर में ट्रेफिक व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही। वाहन चालक जहां मर्जी वहीं अपने वाहन खड़े कर रहे हैं। शुक्रवार को शहर की सड़कों पर पैदल निकलना मुश्किल रहा। लोगों ने सड़कों के बीच ही वाहन खड़े कर रखे थे। रही कसर ऑटो चालकों ने पूरी कर दी। दोपहर के वक्त चौगान दरवाजे के निकट बड़ी संख्या में ऑटो सड़क के बीच खड़े थे। लोगों ने इन्हें हटने को भी कहा, लेकिन वे ठस से मस नहीं हुए। यहां महिलाओं को अधिक परेशानी उठानी पड़ रही है।
कोई सुनता ही नहीं
इंद्रा बाजार में खरीदारी करने आई बुजुर्ग सुनीता वर्मा ने बताया कि वाहनों को लेकर चौपाटी के निकट खड़े होने वाले पुलिस जवानों को कई मर्तबा कहा लेकिन वे सुनकर अनसुना कर देते हैं। चौगान दरवाजे से तो इन दिनों निकलना ही मुश्किल हो रहा है। वाहन चालक दोनों दरवाजे के मध्य अपने दुपहिया वाहनों को खड़ा कर रहे हैं। यही हाल नागर-सागर कुंड के बीच है। आधी सड़क तक थडियां और शेष बची जगहों पर वाहन चालकों के खड़ा होने के बाद राहगिरों का निकलना मुश्किल रहता है। उल्लेखनीय है कि नागर-सागर कुंडों के आस-पास से नगर परिषद ने थडियों को हटा दिया था, लेकिन वे फिर आ जमे हैं।
नो-पार्किग में पार्किग
शहर में कई स्थान नो-पार्किग के लिए चिह्नित किए हुए है। इन जगहों पर वाहनों को खड़ा नहीं करने के चेतावनी बोर्ड भी लगे है, लेकिन वाहन चालक इन जगहों पर वाहनों को खड़ा करने से भी नहीं चूक रहे। सर्वाधिक परेशानी लोगों को देवली रोड पर झेलनी पड़ रही है। यहां से राष्ट्रीय राजमार्ग-12 की ओर जाने वाले यात्री वाहन गुजरते है। इसी तरह ट्रैक्सियां भी सड़कों पर ही सवारियां बैठा रही है। खोजागेट के पास ट्रैक्सी चालकों ने अवैध तरीके से स्टैंड बना लिया है। यहां शाम के वक्त दुपहिया वाहनों को निकालने में भी परेशानी झेलनी पड़ती है।
नो-एंट्री में एंट्री, ट्रैक्टर-ट्रॉलियों की रेलमपेल
शहर के देवलीरोड और लंका गेट से रानीजी की बावड़ी रोड पर सुबह आठ बजे बाद भारी वाहनों की नो-एंट्री रहती है, लेकिन भारी वाहन चालकों को इससे कोई सरोकार नहीं दिखता। वे दिन के वक्त भी इन सड़कों से निकलना बंद नहीं कर रहे। हाल यह है कि कई मर्तबा जाम के हालत बन जाते हैं। लंकागेट पर रह रहे लोगों ने बताया कि सर्वाधिक परेशानी कॉलेज छात्राओं को होती है। यहां रह रहे मनोज कुमार ने बताया कि दिन में ट्रकों का प्रवेश थमना चाहिए।
यह भी ध्यान रखें
दुपहिया वाहन पार्क करते समय अतिरिक्त ताला व चेन लगाए।
पार्किग शुल्क बचाने के लिए वाहन इधर-उधर खड़े नहीं करे।
पार्किग के समय वाहन के इंटीरियर लॉक चेक करें।
स्टीयरिंग लॉक व इलेक्ट्रोनिक डोर लॉक आपके वाहन को अधिक सुरक्षित बनाता है।
कोई भी कीमती सामान, अटैची, मोबाइल, नकदी तथा जेवरात आदि वाहन के अन्दर नहीं छोड़ें।
वाहन में आवश्यकता से अधिक अतिरिक्त ईधन नहीं रहने दे।
घर पर वाहन यथासंभव बंद गैराज में ही रखे।
- पुलिस द्वारा जारी।

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