havoc of rain: मध्यप्रदेश में कई जगह लगातार हो रही बारिश से बाढ़ के हालात, नदियां उफान पर, निचली बस्तियां जलमग्न...।
havoc of rain: मध्यप्रदेश में मानसून की बारिश अब कुछ जिलों में आफत बन गई है। खासकर मंडला, जबलपुर और कटनी में लगातार हुई बारिश से पानी पानी हो गया है और कई इलाकों में पानी भर गया। नदी नाले उफान पर आ गए हैं जिसके कारण रोड भी बंद हो गए हैं। बारिश के कारण मंडला में नेशनल हाइवे पर पहाड़ से पत्थर गिरने से लंबा जाम लग गया और मंडला-जबलुपर रोड कुछ घंटों के लिए बंद हो गया।
मंडला में दो दिन से लगातार बारिश ने शुक्रवार को कहर बरपाया। लगभग आधा दर्जन गांव में पानी पहुंच गया। घरों के अंदर लगातार बढ़ते जल स्तर को देखकर लोगों की चिंता बढ़ गई। सुरक्षा के लिए घरों की छत पर लोग पहुंच गए। जानकारी लगते ही पुलिस और एसडीआरइएफ की टीम ने तत्काल मोर्चा संभला और लोगों को रेस्क्यू शुरू किया। गंगोरा, करिया गांव और मधोपुर के मरार टोला से लोगों को घर से निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। बिछिया के मरारटोला में भारी बारिश के कारण लोगों के फंसे होने की सूचना पर एसडीआरईएफ की टीम व पुलिस बल आपदा उपकरण के साथ यहां पहुंची। रेस्क्यू ऑपरेशन चलाते हुए घर की छत पर फंसे 5 व्यक्तियों को बाहर निकाला।
मंडला जिले में भू अभिलेख से प्राप्त जानकारी के अनुसार 4 जुलाई की सुबह तक बीते 24 घंटे में जिले में औसतन 99.6 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। तहसील मंडला में 67.2 मिमी, नैनपुर में 129.8 मिमी, बिछिया में 154.6 मिमी, निवास में 26.4 मिमी, घुघरी में 81.1 मिमी एवं नारायणगंज में 138.8 मिमी वर्षा आंकी गई है। इस सीजन में पहली बार छोटा रपटा पुल डूबा है। शाम को बारिश थमने के बाद लोग इस विहंग दृश्य को देखने के लिए पहुंचे।
नेशनल हाईवे 30 मंडला से जबलपुर मार्ग के बीच पहाड़ी क्षेत्रों से बड़े-बड़े पत्थर गिरकर मुख्य मार्ग पर बिखर गए। इससे कुछ समय के लिए मार्ग बंद हो गया और दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई। जिससे वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। अंजनियां के बाइपास व कालपी के पास खेत व तालाब ओवरफ्लो होने के कारण नेशनल हाइवे से दो से तीन फीट ऊपर तक कुछ समय तक पानी रहा।
औद्योगिक क्षेत्र मनेरी के मेंढ़ी से पोनिया मार्ग के बीच चिखली ग्राम के समीप इमली नाला पर बने पुल पर हुआ। शुक्रवार दोपहर लगभग 12 बजे एक कार ग्राम पोनिया से ग्राम मेढ़ी की तरफ जा रही थी। पुल पर पानी होने के बावजूद कार चालक ने जान जोखिम में डालकर कार निकालने का प्रयास किया, लेकिन कार तेज बहाव में अनियंत्रित होकर पुल से नीचे बह गई। इस दौरान कार चालक ने कूदकर अपनी जान बचाई। पानी कम होने के काद स्थानीय लोगों की मदद व जेसीबी की सहायता से कार को बाहर निकाला।
जबलपुर में शुक्रवार को सुबह से हो रही लगातार बारिश के कारण नगर में 12 से ज्यादा स्थानों पर सड़क और कॉलोनी में घरों के सामने पानी भर गया इनमें से 9 स्थान पर पानी भरने की सूचना नगर निगम के कंट्रोल रूम में आई जल निकासी के लिए तत्काल क्षेत्रीय जोन कार्यालय की टीम को सूचित किया गया, इन टीमों ने मौके पर पहुंचकर जल निकासी की व्यवस्था कराई गई। शहर में करमचंद चौक रूपकला स्टूडियो, गणेश मंदिर गौरी घाट के पास, हवा बाग चर्च के पीछे, करमेता समिति के पास, शास्त्री नगर सोनी कॉलोनी, एयरटेल टावर के पास पुलिस कंट्रोल रूम के पास नाली चौक होने से जल भराव, ड्रीमलैंड कठोन्दा, अंबेडकर कॉलोनी, उखरी रोड सकेत नगर के बाजू वाली गली में जल भराव की सूचना आई जहां टीम भेज कर निकासी की व्यवस्था कराई गई।
बरेला पड़वार के पास सलैया नदी का रपटा पार कर रहे सिलेंडर भरा ट्रक और भूसा से लदी ट्रेक्टर ट्रॉली बह गए। सिलेंडर से भरा ट्रक नदी में बहने के बाद नदी में गैस सिलेंडर बहते हुए दिखाई दिए जो गौर नदी और फिर नर्मदा नदी तक पहुंच गए।
लगातार हो रही बारिश के नर्मदा का जलस्तर भी बढ़ गया है और नर्मदा नदी का पानी बड़ा नाग मंदिर तक पहुंच चुका है। सुबह से हो रही तेज बारिश के कारण शुक्रवार दोपहर 2 बजे तक बरगी डेम में 2 मीटर पानी बढ़ गया।
कटनी की ढीमरखेड़ा तहसील क्षेत्र में बारिश का कहर देखने को मिला हैं सुबह से हो रही तेज बारिश में बेलकुंड नदी के गर्रा घाट के पुल के ऊपर पानी होने से आवागमन बंद हो गया। इसी तरह ग्राम इटोली की लभेर नदी पुल के ऊपर होने से आवागमन बंद हो गया। देवरी और पिंडरई मोड़ के बीच कोही नाला उफान होने पर ये मार्ग भी बंद हो गया। सिलौंडी क्षेत्र की दतला नदी भी उफान पर पुल के ऊपर बाढ़ से आवागमन बंद, कुंसरी और सहजपुरी गांव के बीच जबलपुर बघराजी मार्ग पर हिरन नदी पुल के ऊपर से बह रही है। सिलौंडी अंतर्वेद पिंडरई गांव में घरों में पानी भर गया।