लौटेगी भोपाल की पहचान
भोपाल को परमार काल के बाद बेगमों के शासनकाल के दौरान शहर (Bhopal) को सुरक्षित किले के रूप में विकसित किया था। भोपाल की भौगोलिक स्थिति रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण थी, इसलिए सुरक्षा की दृष्टि से इसे दीवारों से घेरकर गेटों का निर्माण किया। ये गेट न सिर्फ सुरक्षा के लिए बल्कि शहर के प्रशासन और व्यापार की सुविधा के लिए बनाए थे।भोपाल में प्रवेश के ये मार्ग
भोपाल-इंदौर राजमार्गभोपाल-विदिशा/सागर मार्ग
भोपाल-नर्मदापुरम मार्ग
भोपाल-बैरसिया मार्ग
भोपाल-सीहोर मार्ग
भोपाल-नरसिंहगढ़ मार्ग ये भी पढ़ें: 48 घंटे में फिर शुरू होगा बारिश का तांडव, जाते-जाते तबाही मचा रहा मानसून मध्य प्रदेश में लागू होगा पन्ना का डिजिटल एक्स-रे मॉडल, मोबाइल पर तुरंत मिलेगी रिपोर्ट