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होर्डिंग वाली नेतागिरी पर लगेगी पाबंदी, सरकार लाएगी नए नियम

- सीएम कमलनाथ ने दिए होर्डिंग्स के लिए गाइडलाइन बनाने के आदेश

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शहर में लगे होर्डिंग्स की पहचान अब नंबरों से होगी

शहर में लगे होर्डिंग्स की पहचान अब नंबरों से होगी

भोपाल. कमलनाथ सरकार प्रदेश में होर्डिंग वाली नेतागिरी पर पाबंदी लगाने जा रही है। दरअसल, मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शहरों को नेताओं के होर्डिंग्स से पाटने की राजनीति पर अंकुश लगाना तय किया है। इसके तहत कमलनाथ ने शहरों में होर्डिंग्स के लिए गाइडलाइन तैयार करने के आदेश दिए हैं। इसके तहत शहरों में केवल वे होर्डिंग ही लग पाएंगे, जो निर्धारित नियमों के तहत मंजूरी लेकर लगाए जाएंगे। इसके जरिए कभी-भी जन्मदिवस और नेतागिरी दिखाने के लिए चौराहों और सड़कों को जबरिया होर्डिंग्स से पाट कर शहर की सुंदरता को खराब कने वाले परंपरा बंद की जाएगी।

मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देश के बाद शहरों के लिए होर्डिंग्स के नियम बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके तहत विशेष तौर पर भोपाल, इंदौर सहित नगर निगमों में ज्यादा सख्ती की जाएगी। क्योंकि इन जगहों पर ही नेताओं द्वारा शक्ति प्रदर्शन के तहत होर्डिग्स अधिक लगाए जाते हैं। खास तौर पर भोपाल-इंदौर में बड़े नेताओं के समर्थक उनके होर्डिग्स लगाकर खूब प्रदर्शन करते हैं। अब बिना मंजूरी वाले होर्डिग्स को लेकर सख्त कार्रवाई व जुर्माने के प्रावधान किए जाएंगे।

तय है अलग-अलग रेट

सरकार ने शहरों में विभिन्न जगहों के लिए उनके उपयोग व जमीन मूल्य के हिसाब से होर्डिंग्स-विज्ञापन के रेट तय कर रखे हैं। इसके लिए नगर निगम से मंजूरी लेकर निर्धारित शुल्क चुकाना होता है। लेकिन, नेताओं के अधिकतर होर्डिग्स बिना मंजूरी लगते हैं। होर्डिंग्स कंपनी और नगर निगम दोनों इस मामले में कुछ कर नहीं पाते, लेकिन नए नियमों में पालन को सख्ती से कराया जाएगा। इसके अलावा एेसी अनेक जगह हैं, जहां पर नगर निगम होर्डिग्स की अनुमति नहीं देता, लेकिन नेता जबरिया होर्डिंग्स लगा देते हैं। मसलन, मंत्रालय के आस-पास का इलाका। नई गाइडलाइन में एेसी जगहों पर होर्डिग्स लगाना पूरी तरह प्रतिबंधित करके भारी जुर्माने के प्रावधान किए जाएंगे।

होर्डिंग नीति अटकी बरसों से

पिछली शिवराज सरकार के समय २००८-०९ में विज्ञापन व होर्डिग नीति भी तैयार की गई थी, लेकिन इसका ड्राफ्ट कभी फाइलों से बाहर नहीं आ सका। पिछली शिवराज सरकार में भी होर्डिग माफिया हावी रहा और अब भी होर्डिंग व विज्ञापन कारोबार के आगे कमलनाथ सरकार पिछली सरकार के ड्राफ्ट को फाइलों से नहीं निकाल सकी। हालांकि कमलनाथ की सख्ती ने अब इस दिशा में बड़े कदम उठाने हालात बना दिए हैं।

होर्डिग्स देखकर सीएम को नाराजगी

हाल ही में सीएम कमलनाथ को मंत्रालय आने के दौरान कुछ नेताओं के सड़कों पर लगे होर्डिंग्स दिखे थे। इन होर्डिंग्स से सड़कों के खंबों और अनेक जगहों को पाट दिया गया। इसे देखकर सीएम नाराज हुए थे। इसके बाद होर्र्डिग्स को लेकर नई गाइडलाइन लाने के लिए कहा गया।