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पहले शुरू नहीं होने दिया फिर स्थगित हो गया सदन तो विफर पड़े कांग्रेसी

 विधानसभा में सरदार सरोवर बांध की डूब से प्रभावितों पर स्थगन लाकर चर्चा कराने की मांग को लेकर कांग्रेस ने बुधवार को जमकर हंगामा किया। हंगामा इतना बढ़ा कि विधानसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। 

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sachin gupta

Jul 27, 2017

bhopal

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ब्यूरो, भोपाल. विधानसभा में सरदार सरोवर बांध की डूब से प्रभावितों पर स्थगन लाकर चर्चा कराने की मांग को लेकर कांग्रेस ने बुधवार को जमकर हंगामा किया। हंगामा इतना बढ़ा कि विधानसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। दो दिन पहले ही सदन खत्म होने पर कांग्रेस विधायक दल पहले विधानसभा में ही धरने पर बैठा। उसके बाद सीएम हाउस की ओर पैदल ही रवाना हो गया। पत्रकार भवन तिराहे पर पुलिस और कांग्रेस विधायकों में जमकर तकरार हुई। पुलिस ने रोका, तो कांग्रेस विधायक बैरीकेट्स तोड़कर आगे बढ़ गए। बाद में सड़क पर ही धरना दिया। सड़क पर करीब एक घंटे के हाईवॉल्टेज ड्रामे के बाद कांग्रेस विधायकों की गिरफ्तारी हो गई। जेल पहुंचने पर वे नारेबाजी व हंगामा करते रहे। करीब तीन घंटे बाद शाम करीब छह बजे जेल से सभी विधायकों को रिहा किया गया।

बुधवार को विधानसभा शुरू होते ही कांग्रेस विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया। कांग्रेस विधायक बाला बच्चन ने प्रश्नकाल शुरू होते ही सरदार सरोवर डूब प्रभावितों पर स्थगन मंजूर कर चर्चा की मांग की। विधानसभा अध्यक्ष सीतासरन शर्मा ने पहले प्रश्नकाल पूरा करने की बात कही, तो हंगामा शुरू हो गया। कांग्रेस विधायक गर्भगृह में उतर आए। नेता-प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि हजारों लोगों की जिंदगी का सवाल है पहले स्थगन मंजूर कीजिए। इसके बाद हंगामा बढ़ गया, तो दस मिनट के लिए सदन स्थगित कर दिया गया। बाद में फिर सत्र शुरू हुआ, तो हंगामा शुरू हो गया। इस पर सदन फिर १२ बजे तक (पंद्रह मिनट) के लिए स्थगित कर दिया गया। सदन फिर शुरू हुआ, तो भी हंगामा चलता रहा। स्पीकर ने इस पर हंगामे-नारेबाजी के बीच भी कार्यवाही जारी रखी, तो कांग्रेस विधायक गर्भगृह में उतर आए। इस पर राजस्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने सदन अनिश्चितकालीन समय तक स्थगित करने का प्रस्ताव रखा, जिसे अध्यक्ष ने बहुमत के आधार पर मंजूर कर दिया। इस पर असंतुष्ट कांग्रेस विधायकों का हंगामा और बढ़ गया। सदन खाली हो गया, पर कांग्रेस विधायक सदन में ही मौजूद रहे। इसके बाद सदन कक्ष के मेन-गेट पर आकर धरना दिया। वहां से चले तो विधायक गांधी प्रतिमा पर डट गए। इस बीच खूब नारेबाजी हुई।

पैदल निकले अजय, विधायक साथ
नेता-प्रतिपक्ष अजय सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस विधायक विधानसभा से पैदल ही सीएम हाउस की ओर रवाना हो गए। पत्रकार भवन तिराहे पर बैरीकेट्स लगाकर पुलिस ने रोका, तो विधायक बैरीकेट्स तोड़कर आगे बढ़ गए। तब पुलिस ने विधायकों को गिरफ्तारी के लिए लाई बस में बैठाना शुरू कर दिया। इस पर अजय सिंह और सुंदरलाल तिवारी की पुलिस से तीखी तकरार हुई। तिवारी तो पुलिस जीप पर चढ़ गए। जमकर नारेबाजी की और कहा- विधायकों को पुलिस नहीं रोक सकती। इस पर भी खूब तकरार हुई। कांग्रेस विधायक बारिश व कीचड़ के बीच सड़क पर ही बैठ गए। करीब एक घंटे तक सड़क पर हंगामा चलता रहा। बाद में विधायकों की गिरफ्तारी हो गई।

ये बोले अजय-
मध्यप्रदेश सरकार को गुजरात सरकार और पीएम नरेंद्र मोदी के पास गिरवी रख दिया है। सरदार सरोवर के डूब प्रभावितों पर चर्चा की मांग की, तो सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। यह तानाशाहीपूर्ण रवैया है। स्थगन पर चर्चा कराई जा सकती थी, लेकिन सरकार को न डूब प्रभावितों की जिंदगी की परवाह है और न जनता के दु:ख-दर्द की।
अजय सिंह, नेता-प्रतिपक्ष, विधानसभा