
भोपाल. रहवासियों के लिए परेशानी का सबब बने खाली प्लॉट्स के बाद अब अधूरे और खाली मकान भी आफत बन रहे हैं। खाली प्लॉट्स को जहां कचराघरों मे तब्दील कर दिया गया है, वहीं अधूरे और खाली मकान असामाजिक तत्वों की पनाहगाह बन गए हैं। वार्ड ८३ के अंतर्गत आने वाले आम्र स्टेट और फाइन स्टेट कॉलोनी में आधा दर्जन से अधिक ऐसे मकान हैं जहां दिनभर असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। शाम ढलते ही इन खंडहरनुमा मकानों में जुआ, सट्टा के साथ नशाखोरी भी की जाती है।
स्थानीय रहवासियों ने कई बार इसकी शिकायत पुलिस अधिकारियों से की है, पर कोई कार्रवाइ नहीं की गई। रहवासियों का कहना है कि असामाजिक तत्वों की मौजूदगी के कारण रहवासी क्षेत्र में खतरा बना रहता है। इस क्षेत्र में एक हजार से अधिक आबादी निवासरत है।
रहवासियों का कहना है कि इन मकानों को आधा बनाकर छोड़ दिया गया है और मकान मालिकों ने इनकी सुध तक नहीं ली है, जिसके कारण यहां असमाजिक तत्वों की एंट्री बेरोकटोक बनी रहती है। खतरे की आशंका को देखते हुए शाम ढलने के बाद रहवासी इन मकानों के आसपास से आवाजाही करने से बचते हैं। ये स्थिति तब है जब यहां से कोलार थाने की दूरी बमुश्किल एक किमी भी नहीं है। शिकायत के बावजूद पुलिसकर्मी यहां गश्त करने की जेहमत तक नहीं उठाते हैं। इससे असामाजिक तत्वों के हौसले बुलंद हैं।
शिकायत पर नहीं हुई सुनवाई
आम्र स्टेट के रहवासियों का आरोप है कि छह महीने पहले रहवासियों ने एक आवेदन कोलार थाने में दिया था, जिसमें अवगत कराया गया था कि खाली और अधूरे पड़े मकानों में असामाजिक तत्वों की गतिविधियां लगातार बढ़ रही हैं। इसे बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। रहवासियों का कहना है कि शाम ढलते ही असामाजिक तत्वों की मौजूदगी इन मकानों में अधिक हो जाती है। हालांकि दिन में भी यहां जुआ, सट्टा समेत शराबखोरी की जाती है।
विरोध करने पर होते हैं विवाद
खंडहर में तब्दील हो चुके मकानों में लगने वाले जमावड़े का स्थानीय रहवासी विरोध करते हैं तो विवाद की स्थिति बनती है। रहवासियों के मुताबिक खाली मकानों में शराबखोरी समेत अन्य अनैतिक कार्यों के खिलाफ विरोध दर्ज कराया तो यहां मौजूद असामाजिक तत्वों ने गाली गलौज तक की। रहवािसयों का कहना है कि यहां आसपास के रहवासी क्षेत्र से असामाजिक तत्व आते हैं और बेरोकटोक शराबखोरी करते हैं।
मुख्य सड़क तक ही सीमित गश्त
इस रहवासी क्षेत्र से कोलार थाने की दूरी बमुश्किल एक किमी भी नहीं है, इसके बाद भी असामाजिक तत्वों पर लगाम नहीं लग सकी है। रहवासियों का कहना है कि पुलिसकर्मी मुख्य मार्ग तक ही गश्त कर इतिश्री कर लेते हैं, जबकि कॉलोनी में मौजूद खंडहरनुमा मकानों में असामाजिक तत्व बेखौफ नशाखोरी के साथ ही जुआ-सट्टा खेलते रहते हैं।
मेरे कार्यकाल में किसी ने अभी तक शिकायत दर्ज नहीं करवाई है। शिकायत मिलने के बाद निश्चित ही कार्रवाई की जाएगी।
-जितेन्द्र पाठक, टीआई, कोलार थाना
Published on:
20 Apr 2018 05:30 pm
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