
लोन ऐप के जाल
भोपाल. लोन एप में फंसकर भोपाल के एक दंपत्ति ने बेटों को जहर देकर सुसाइड कर ली। ये एप विश्वास दिलाने में गुमराह करते हैं और प्राइवेसी का जरा भी ध्यान नहीं रखते। ये देनदार अक्सर साइबर अपराध में शामिल होते हैं और साइबर अपराध को बढ़ावा देते हैं। बदकिस्मती से आप यदि लोन ऐप के जाल में फंस गए हैं तो समझदारी यही है कि जल्द से जल्द इसके चंगुल से बाहर आएं। हम आपको इसके बारे में विस्तार से बता रहे हैं।
ध्यान रखें कि 7 दिन का लोन देने वाले 90 फीसदी ऐप फर्जी हैं। लोन ले ही लिया है तो भी घबराने की बिल्कुल जरूरत नहीं क्योंकि ये लोन ऐप न ही आरबीआई की कोई गाइडलाइन को फॉलो करते हैं न ही किसी तरह का समय देते हैं। इसलिए कोई अप्रिय घटना से पहले अपने कॉन्टैक्ट लिस्ट वालों को बताएं कि मोबाइल हैक हो गया और मुझे परेशान किया जा रहा है। ये लोन ऐप डराने के अलावा किसी तरह से वसूली नहीं कर सकते हैं।
इन तरीकों से हो सकता है फ्रॉड
फिनटेक कंपनियां, वित्तीय संस्थानों के साथ-साथ मोबाइल ऐप भी चंद मिनटों में लोन दे देते हैं, लेकिन इस डिजिटाइजेशन से लोन ऐप फ्रॉड की समस्या काफी बढ़ गई है। इसलिए सावधान रहने की जरूरत है।
फर्जी लोन ऐप क्या नहीं कर सकते
ये ऐप किसी तरह से कोई लीगल एक्शन नहीं ले सकते
किसी तरह से आपके घर नहीं आ सकते
आपका सिबिल स्कोर खराब नहीं कर सकते
गैलरी और फोटोज हैक नहीं कर सकते हैं
आपके अकाउंट से ऑटो डेबिट नहीं कर सकते हैं।
फर्जी ऐप से लोन लेने के ये हैं नुकसान
फर्जी लोन ऐप से लोन लेकर उनका भुगतान समय पर नहीं कर पाने पर कॉन्टैक्ट लिस्ट का दुरुपयोग किया जाता है। सबका व्हाट्सएप ग्रुप बनाया जाता है। आपको चोर कहा जाता है। फिर भी पेमेंट नहीं करते हैं तो हो सकता है आधार कार्ड और क्रेडिट कार्ड से दूसरे कंपनी से लोन लेने का दबाव डाला जा सकता है। कुछ डिटेल्स ऑनलाइन बेची जा सकती हैं। यह अपने पैसे की वापसी के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।
ज्यादातर लोन एप और फिनटेक कंपनी अनाधिकृत
ज्यादातर लोन एप और फिनटेक कंपनी अनाधिकृत हो सकते हैं। आरबीआई ने करीब 1100 डिजिटल लोन देने वाले प्लेटफॉर्म में से 600 अवैध पाए हैं।
कम ब्याज का झांसा: ऐप या फिनटेक कंपनी कम ब्याज दर और कम शुल्क पर लोन देने का झांसा देते हैं। लोन रिपेमेंट में थोड़ा देरी होने पर परेशान करते हैं।
लेनदार लोन के लिए आवेदन करते समय विभिन्न व्यक्तिगत दस्तावेजों को लोन ऐप में जमा करता है। निजी फोल्डरों जैसे मैसेज, कॉन्टैक्ट, फाइलों आदि तक का एक्सेस ले लेते हैं।
कभी न दें यह जानकारी
आधार, स्थायी खाता संख्या (पैन), बैंक खाता डिटेल, फोन की कॉन्टेक्ट लिस्ट, मैसेज, लोकेशन, गैलरी और अन्य ऐप्स एक्सेस की परमिशन।
Published on:
14 Jul 2023 11:08 am
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