
टोल टैक्स
भोपाल. प्रदेश के करीब २०० टोल नाकों पर एक हाइब्रिड लेन बनाई जाएगी। इससे इलेक्ट्रॉनिक चिप लगे वाहनों के साथ सामान्य वाहन भी निकल सकेंगे। टोल कर्मी के पास रिमोट रहेगा, जिससे वह सामान्य वाहनों से नकद पैसा लेने के बाद इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन (ईटीसी) का बैरियर खोल सकेगा।
अभी चिप वाले वाहनों के लिए फास्ट ट्रेक लेन है, लेकिन ईटीसी चिप को रीड नहीं कर पाता है तो उस वाहन को सामान्य लेन से ही गुजरना पड़ता है। इस सुविधा के बाद सामान्य वाहनों को भी नाका पार करने में औसतन दो-ढाई मिनट ही लगेंगे। अब मार्केट में आने वाले नए चार पहिया वाहनों में इलेेक्ट्रॉनिक टोल चिप इनबिल्ट रहेगी। ये ऑटो मोबाइल कंपनियां ही लगाकर देंगी।
चिप वाले वाहनों को एकाउंट में पैसे न होने पर या तकनीकी खामी के कारण समस्या का सामना करना पड़ता है। कई बार टोल कर्मियों से विवाद भी हो जाता है। हाईब्रिड लेन से यह समस्या खत्म हो जाएगी। इंदौर-भोपाल रूट के नाकों पर फास्ट ट्रैक लेन है, लेकिन इससे सिर्फ इलेक्ट्रॉनिक टोल चिप वाले ही वाहन निकल सकते हैं।
बाकी की लेन से सामान्य तौर पर वीआइपी, टैक्स छूट प्राप्त शासकीय और अशासकीय सहित सभी वाहन निकलते हैं। हालांकि, ये ट्रैक अकसर खाली रहते हैं। जबकि,दूसरे ट्रैक में वाहनों की लाइनें लगी रहती हैं। केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार एक नाके पर वाहनों को दो-ढाई मिनट से ज्यादा समय तक खड़ा नहीं किया जा सकता है।
- प्रदेश में हैं २०० टोल नाके
प्रदेश में नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआइ) और मध्यप्रदेश रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (एमपीआरडीसी) करीब २०० टोल नाके हैं। भविष्य में करीब १०० नाके एमपीआरडीसी के और बढ़ जाएंगे। इन सभी पर एक हाइब्रिड ट्रैक बनाया जाएगा, जिसमें चिप वाले वाहनों के साथ ही सामान्य वाहन भी निकल सकेंगे।
- पीडब्ल्यूडी पीएस का हुआ था विवाद
लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव मो. सुलेमान करीब 20 दिन पहले इंदौर-भोपाल रोड से गुजर रहे थे। उनकी गाड़ी में इलेक्ट्रॉनिक टोल चिप थी। वह फास्ट ट्रैक से निकले, लेकिन इलेक्ट्रॉनिक टोल नहीं खुला। बाद में उन्हें जनरल टोल लेन से निकलना पड़ा। इसके चलते उनकी और टोलकर्मियों से कहा-सुनी हो गई थी। एमपीआरडीसी ने तीनों टोला सस्पेंड कर दिए थे।
- तीन मिनट से ज्यादा समय लगा तो टैक्स से छूट
एनएचएआइ ने एक आरटीआइ के जवाब में बताया है कि किसी टोल नाके पर तीन मिनट से ज्यादा समय लगता है तो वाहन चालक बिना टोल चुकाए अपने वाहन निकाल सकेंगे। लुधियाना के एडवोकेट हरिओम जिंदल ने आरटीआइ के तहत यह जानकारी मांगी थी।
केंद्र सरकार ने सभी वाहनों में इलेक्ट्रॉनिक टोल चिप इनबिल्ट करने का फैसला किया है। इससे वाहन चालकों और टोल कलेक्शन करने वाले कर्मचारियों को सहूलियत मिलेगी।
- एमके जैन, आरआे, मध्यप्रदेश, एनएचएआइ
टोल नाकों पर हाइब्रिड लेन बनाने पर विचार किया जा रहा है। इससे दोनों तरह के वाहन निकल सकेंगे। फिलहाल यह व्यवस्था इंदौर-भोपाल रोड पर की जा रही है।
- आलोक चतुर्वेदी, चीफ इंजीनियर, एमपीआरडीसी
Published on:
02 May 2018 07:02 am
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