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आइआइएसइआर के वैज्ञानिकों ने पता लगाई आंवला की जीनोमिक संरचना

भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (आइआइएसइआर) भोपाल ने आंवला के ड्राफ्ट जीनोम का पता लगाया है। विटामिन सी के सबसे बड़े प्राकृति स्रोत वाला यह फल वेस्ट इंडियन चेरी, ब्राजील, पेरू, कोलंबिया और वेनेजुएला में पाए जाने वाले कामु-कामु की तुलना में सबसे बेहतर है।

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भोपाल. भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (आइआइएसइआर) भोपाल ने आंवला के ड्राफ्ट जीनोम का पता लगाया है। विटामिन सी के सबसे बड़े प्राकृति स्रोत वाला यह फल वेस्ट इंडियन चेरी, ब्राजील, पेरू, कोलंबिया और वेनेजुएला में पाए जाने वाले कामु-कामु की तुलना में सबसे बेहतर है। आंवले की प्रचुर विटामिन सी मात्रा और एक पेड़ से 100 किलोग्राम तक फल देने की क्षमता उसे अन्य फलों से बेहतर बनाती है।
यह होगा शोध से लाभ
दवा से लेकर अन्य चीजों में विटामिन सी के लिए सिंथेटिक स्रोत की जगह प्राकृतिक स्रोत में स्विच करने में मदद
आंवले की विटामिन-सी और औषधीय गुणों वाली बेहतर किस्मों को विकसित करने में मदद
बेहतर न्यूट्रास्यूटिकल्स, भोजन, सौंदर्य प्रोडक्ट और फार्मास्युटिकल उत्पादों को विकसित करने में मदद
आंवले की जीनोमिक संरचना, उत्पत्ति, विकास और औषधीय महत्व वाले जैव रसायन कैसे बन सकते हैं, इसे समझने में मदद
बागवानी और जीनोमिक अध्ययन में मदद
फ्रंटियर्स इन प्लांट साइंस में शोध
संस्थान के जैविक विज्ञान के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. विनीत शर्मा के नेतृत्व में यह शोध किया गया। स्रुति महाजन, मनोहर सिंह बिष्ट और अभिषेक चक्रवर्ती का सहयोग रहा। शोध के परिणामों को ओपन-एक्सेस जर्नल फ्रंटियर्स इन प्लांट साइंस में प्रकाशित किया गया है।
बीमारियों के इलाज में कारगर इसलिए चुना
शोधकर्ता डॉ. विनीत शर्मा ने कहा कि आंवला विभिन्न फाइटोकेमिकल्स, खनिज और अमीनो एसिड का बड़ा स्रोत है। यह अनियमित फैट स्तर, टाइप 2 डायबिटीज, पुरानी मसूड़ों की बीमारियों, घुटने के पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस और अन्य बीमारियों के इलाज में प्रभावी है। लेकिन अभी तक इसकी आनुवांशिक संरचना का विस्तार से अध्ययन नहीं हुआ था। इसलिए शोध के लिए इसका चयन किया गया।
क्या है जीनोम अनुक्रमण
जीनोम अनुक्रमण से तात्पर्य किसी भी जीव की आनुवंशिक संरचना के क्रम से मानचित्रण से है। यह प्रक्रिया किसी भी जीव की मूल संरचना और समय के साथ उसके विकास को समझने की कुंजी है।