08 टन पॉलीथिन की खपत है भोपाल में रोजाना करीब
260 रोजाना टन कचरा प्लास्टिक का होता है
12 थोक दुकानें है प्लास्टिक की।
40 से अधिक छोटी दुकाने है ये हो रहा नुकसान
लगातार जांच और कार्रवाई नहीं होने से पॉलीथिन विक्रय करने व उपयोग करने वाले पूरी तरह से बेखौफ हो गए हैं। उन्हें कार्रवाई का डर नहीं है, खुलेतौर पर आसानी से इसकी उपलब्धता हो जाती है। प्रतिबंधित पॉलीथिन खरीदी करने में किसी को कोई दिक्कत नहीं होती। पुराने शहर व नए शहर में इसके बड़े व थोक व्यापारी है। इन पर निगम प्रशासन ने बीते करीब एक साल पहले काफी बड़ी कार्रवाईयां की थी, जिससे दुकानों व बाजारों से पॉलीथिन कैरी बैग गायब होकर यहां कपड़े के थैले नजर आना शुरू हो गए थे। अब स्थिति फिर खराब हो गई है।
केवीएस चौधरी, निगमायुक्त