सबसे ज्यादा दादर में
प्रदेश के 12 जिलों में 500-1000 फीसदी तक ज्यादा मेघ बरसे। वहीं तीन जिलों में सामान्य बारिश हुई। सबसे ज्यादा पानी सीहोर जिले में गिरा। यहां 90 दिनों में 136.6 मिमी यानी 1088 फीसदी ज्यादा बारिश हुई। जबकि यहां सामान्य बारिश का आंकड़ा 11.5 मिमी है। यही नहीं, सीहोर देश के उन 10 जिलों में शामिल है, जहां सबसे ज्यादा बारिश हुई। देश में सबसे ज्यादा पानी दादर नगर हवेली के जामनगर में गिरा। जामनगर में 37.5 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य से 4588% ज्यादा है।
65 किमी की रफ्तार से चली हवा
नरसिंहपुर प्रदेश में सबसे गर्म रहा। यहां दिन का तापमान 41 डिग्री रहा। सीधी में 40.8 डिग्री तो खरगोन में 40.2 डिग्री तापमान रहा। नरसिंहपुर में रात का पारा भी सबसे ज्यादा 23 डिग्री रेकॉर्ड किया गया। नर्मदापुरम और सीधी में न्यूनतम तापमान 22.6 डिग्री दर्ज किया गया। छिंदवाड़ा, बालाघाट, मंडला, जबलपुर, रीवा, उमरिया, शहडोल, सीधी, सिंगरौली, डिंडौरी, अनूपपुर, मुरैना और ग्वालियर में 40 किलो मीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली। भिंड, सिवनी और सतना में 65 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली। पन्ना और छतरपुर में बूंदाबांदी के साथ हवा की गति 25 किलोमीटर रही। टूरिस्ट प्लेस की बात करें तो चित्रकूट, अमरकंटक, संजय दुबरी में 40 किमी की रफ्तार से हवा चली। वहीं मैहर और पेंच में हवा की रफ्तार 60 किमी रही।
क्या कहता है मौसम विभाग
मौसम विभाग का कहना है अगले दो-तीन दिन दोपहर और शाम में मौसम ऐसा ही रहेगा। बारिश और आंधी के आसार बने रहेंगे। अभी दक्षिण पश्चिम राजस्थान के ऊपर चक्रवातीय घेरा बना है। यह घेरा पश्चिम मध्य प्रदेश तक सक्रिय है। एक चक्रवातीय घेरा छत्तीसगढ़-तेलंगाना तक बना है। इन कारणों से बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से नमी एमपी में इकट्ठा हो रही है। इसी कारण बारिश-आंधी की संभावना है।
ग्वालियर – चंबल संभाग में बारिश को लेकर ऑरेंज जारी किया गया है। यहां अगले 3 दिन बारिश के साथ 50Km प्रतिघंटा या इससे ज्यादा की रफ्तार से हवा चल सकती है। इसके अलावा भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर में भी मौसम बदला रहेगा और गरज-चमक के साथ आंधी और बारिश हो सकती है।वही गुना और श्योपुर में ओले गिरने की आशंका है। इंदौर, उज्जैन, रीवा, नर्मदापुरम, भोपाल और सागर संभाग के साथ अनूपपुर, जबलपुर, मंडला और सिवनी जिलों में कहीं-कहीं हवा की रफ्तार तेज हो सकती है।